लंदन: भारतीय मूल के वैज्ञानिक और नोबेल पुरस्कार विजेता प्रोफेसर वेंकी रामकृष्णन ब्रिटेन में उच्च स्तरीय विशेषज्ञों की एक कमिटी के अध्यक्ष नियुक्त किए गए हैं, जो पूरी दुनिया से प्राप्त आंकड़ों का विश्लेषण करके कोरोना वायरस के संक्रमण के प्रसार को रोकने और इस महामारी के दूरगामी समाधान खोजने पर काम करेगी.
उल्लेखनीय है कि प्रोफेसर रामकृष्णन दुनिया की सबसे पुरानी स्वतंत्र वैज्ञानिक अकादमी 'द रॉयल सोसाइटी' के प्रमुख भी हैं. द रॉयल सोसाइटी ने शुक्रवार को कहा कि आंकड़ों के विश्लेषण की नई तकनीक से ब्रिटेन में कोरोना महामारी से निपटने की क्षमता में तेजी आएगी.बता दें कि रामकृष्णन का जन्म भारत के तमिलनाडु में हुआ था. उनकी आयु 67 साल है. उन्हें दो अन्य वैज्ञानिकों के साथ 2009 में रसायन का नोबेल पुरस्कार से नवाजा गया था.
रॉयल सोसाइटी ने जानकारी देते हुए बताया है कि 'डेटा इवैल्यूएशन एंड लर्निंग फॉर वायरल एपिडेमिक्स' (DELVI) नामक समूह स्थापित किया गया है. जिससे अलग अलग देशों में महामारी से लड़ने के लिए किए गए उपायों का विश्लेषण किया जाएगा. ब्रिटेन की सरकार ने इस कदम का स्वागत किया है. DELVI द्वारा राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय आंकड़ों का विश्लेषण कर कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए उठाए गए कदमों और रणनीति से जन स्वास्थ्य, सामाजिक और आर्थिक पक्षों पर पड़ने वाले असर का अध्ययन किया जाएगा.
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