अहमदाबाद: कोरोना वायरस के कहर से तबाह हुए इटली में फंसे 263 भारतीयों को एयर इंडिया की कमर्शल पायलट स्वाति रावल जब वापस देश लेकर पहुंची तो केवल गुजरात के लिए ही नहीं, बल्कि पूरे भारत के लिए गर्व का पल था। इन भारतीयों की सुरक्षित वापसी ने न सिर्फ सैकड़ों भारतीयों और उनके परिवारों में आस जगाई, बल्कि पूरी दुनिया को यह संदेश भी दिया कि खतरा चाहे कितना भी बड़ा हो, भारत अपने नागरिकों की सुरक्षा के लिए पूरी तरह से सतर्क है।
मीडिया से बात करते हुए स्वाति के पिता एस डी रावल ने कहा कि, 'जब स्वाति को 22 लोगों के क्रू के साथ इटली जाने को कहा गया, उसके बाद 21 मार्च की शाम को स्वाति ने मुझे फोन किया। मैंने उससे पूछा कि उसने क्या फैसला लिया, तो उसने कहा कि वह जाने के लिए तैयार है।' रावल ने कहा कि, 'मैं एक फॉरेस्ट ऑफिसर रहा हूं और हर हालात में सरकारी ड्यूटी पर तैनात रहा हूं और मुझे गर्व है कि मेरी बेटी ने भी ऐसा ही किया। वह निडर है।'
रावल ने कहा कि जब स्वाति ने प्लेन से इटली के लिए उड़ान भरी, उसके बाद सभी मुसाफिर तैयार थे और वह उन्हें वापस दिल्ली ले आई। उन्होंने कहा कि, 'मैं इस दौरान उसे लेकर चिंतित था किन्तु जिस तरह से वह और उसके क्रू मेंबर्स बहादुरी से सभी यात्रियों को सुरक्षित घर वापस लाए, वह प्रशंसनीय है।'
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