नई दिल्ली: भारतीय रेलवे प्रवासी श्रमिकों को उनके घरों तक पहुंचाने के लिए प्रतिदिन सैकड़ों की तादाद में ट्रेनें चला रहा है. रेलवे अभी तक 3600 से ज्यादा श्रमिक स्पेशल ट्रेनों को संचालित कर चुका है जिसमें 48 लाख से ज्यादा प्रवासी कामगार और मजदूर अपनी मंजिल तक पहुंच चुके हैं. यात्रा के दौरान गर्मी और भूख-प्यास की वजह से यात्रियों के मरने की खबरें भी आई हैं. इस बीच रेलवे ने दावा किया है कि वो श्रमिक स्पेशल ट्रेनों की सीट पर खाना मुहैया करवा रहा है.
रेलवे ने एक तस्वीर के साथ ट्वीट करते हुए बताया है कि श्रमिक स्पेशल ट्रेनों में मुसाफिरों को सीट पर खाना दिया जा रहा है. इस तस्वीर में सीट पर खाना रखा हुआ दिख रहा है. इंडियन रेलवे का दावा है कि इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉर्पोरेशन (IRCTC) ने यात्रा कर रहे प्रवासियों के लिए 78 लाख से ज्यादा मुफ्त भोजन के पैकेट और 1.10 करोड़ से अधिक पानी की बोतलें वितरित की हैं.
हालांकि, आम आदमी पार्टी (आप) के सांसद संजय सिंह ने वीडियो शेयर करते हुए कहा कि ट्रेन में सफर के दौरान भूख प्यास से 7 लोगों की मौत हो चुकी है. उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा कि, 'ट्रेनों की देरी की वजह से भूख प्यास से 7 लोगों की जान गई. दोषियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करो.' आपको बता दें कि भारतीय रेलवे 1 जून से 200 पैसेंजर ट्रेनें चलाने जा रहा है. इनके लिए लाखों की तादाद में यात्री टिकट बुक करवा चुके हैं. टिकट बुकिंग काउंटर खोल दिए गए हैं. रेलवे ने उन स्टेशनों की सूची भी जारी की है जहां इन ट्रेनों का ठहराव होगा.
#Food & Water being kept ready on berths of #MigrantWorkers before boarding for travelling by #ShramikSpecialTrains #BackHome @RailMinIndia pic.twitter.com/AXdsZnnH3h
— SouthCentralRailway (@SCRailwayIndia) May 27, 2020
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