नई दिल्ली: अंतरराष्ट्रीय ओलिंपिक समिति (आईओसी) के दखल के बाद से भारतीय ताइक्वांडो टीम की अगले महीने नेपाल में होने वाले दक्षिण एशियाई खेलों (सैग) में मौका मिलने की संभावना बढ़ गई है। आईओसी ने इन खेलों के आयोजकों से भारत को भाग लेने की अनुमति देने को कहा है। नेपाल ओलिंपिक समिति ने 23 नवंबर को इन खेलों के लिए भारत की तीरंदाजी, ताइक्वांडो और कराटे की टीमों के भाग लेने पर रोक लगा दी थी। नेपाल का कहना है कि इन खेलों के राष्ट्रीय महासंघ को विश्व निकाय द्वारा निलंबित किया गया है और उन्हें राष्ट्रीय ओलिंपिक समिति द्वारा मान्यता भी नहीं मिल पाई है।
ताइक्वांडो की वैश्विक इकाई ‘विश्व ताइक्वांडो (डब्ल्यूटी)’ ने आयोजकों से एक विशेष बात के तहत भारतीय टीम को इन खेलों में भाग लेने की अनुमति देने को कह दिया है। डब्ल्यूटी के सदस्य संबंध और विकास वरिष्ठ निदेशक जोंगकांग सेओ ने आयोजकों को लिखे पत्र में कहा, ‘यह सच है कि भारतीय ताइक्वांडो महासंघ (टीएफआई) को संचालन के मुद्दे पर डब्ल्यूटी ने निलंबित किया है। भारतीय ओलिंपिक समिति और डब्ल्यूटी द्वारा गठित अंतरिम इकाई हालांकि मान्यता प्राप्त प्रतियोगिताओं के लिए खिलाड़ियों के चयन का ध्यान रखती है।
डब्ल्यूटी का समर्थन करते हुए आईओसी के एनओसी संबंध विभाग के प्रमुख जेरोम पाइवे ने मंगलवार को नेपाल ओलिंपिक समिति के अध्यक्ष जीवन श्रेष्ठा से एक से नौ दिसंबर तक होने वाले खेलों में भारतीय टीम की भागीदारी को सुनिश्चित करने को कहा है। पोइवे ने अपने पत्र में लिखा, ‘हम डब्ल्यूटी के विचारों का पूरा समर्थन करते हैं। आपके एनओसी और आयोजन समिति से गुजारिश है कि डब्ल्यूटी के निर्देशों के अनुसार भारत को भाग लेने का मौका दें।’
लक्ष्य सेन ने अपने नाम किया स्कॉटिश ओपन खिताब, ब्राजील के खिलाड़ी को दी मात
नेहरू कप फाइनल में भिड़े खिलाडी, हॉकी स्टिक से किये हमले
बुलंदियों की दीवार छुएगा पैरालम्पिक गेम्स में भारत का प्रदर्शन