नई दिल्ली: मौसम विभाग के मुताबिक, अगले हफ्ते 26 अक्टूबर को पूरे देश से मानसून की विदाई हो जाएगी और उत्तर पूर्व मानसून की राह खुलेगी. वहीं उत्तर भारत में बारिश का सिलसिला अभी खत्म नहीं हुआ है. गुरुवार को भी उत्तराखंड के पहाड़ों से लेकर बिहार के मैदानी इलाकों तक बारिश होने का अनुमान है. मौसम विभाग ने 22 से 24 अक्टूबर तक जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में वर्षा व बर्फबारी का अनुमान जताया है. इसके साथ ही उत्तर-पूर्वी मानसून के आने का मार्ग भी खुल जाएगा.
मौसम विभाग ने बुधवार को कहा कि उत्तर पश्चिम भारत से देरी से विदाई के बाद दक्षिण पश्चिम मानसून अभी देश के कुछ हिस्सों में जमकर बरस रहा है. इस साल दक्षिण-पश्चिम मानसून की वापसी छह अक्टूबर से शुरू हुई थी. 1975 के बाद से यह दूसरी सबसे देरी से हुई वापसी है. इससे पहले 2019 में दक्षिण पश्चिम मानसून की विदाई नौ अक्टूबर से शुरू हुई थी. अमूमन दक्षिण-पश्चिम मानसून 17 सितंबर से उत्तर पश्चिम भारत से वापस जाने लगता है. मौसम विभाग ने कहा कि 26 अक्टूबर तक दक्षिण-पश्चिम मानसून की विदाई के साथ ही दक्षिण पूर्व भारत में उत्तर पूर्व मानसून की वर्षा शुरू हो जाएगी. उत्तर पूर्व मानसून तमिलनाडु, केरल के कुछ हिस्सों, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक और पुडुचेरी में बारिश की वजह बनता है.
वहीं, केरल में भारी बारिश के चलते भूस्खलन और बाढ़ से 39 लोगों की जान जा चुकी है और 217 घर पूरी तरह से तबाह हो गए हैं. सीएम पिनाराई विजयन ने विधानसभा में जानकारी दी है कि राज्य के कई इलाकों में भारी बारिश के बाद कम से कम छह लोगों का अब तक पता नहीं चल सका है और 304 पुनर्वास शिविर शुरू किए गए हैं. उधर, उत्तराखंड में भी बारिश और बाढ़ जनित दुर्घटनाओं के चलते 52 लोगों की मौत हो चुकी है.
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