अपने बड़े-बुजुर्गों, नानी-दादी या फिर रिश्तेदारों से सलाह एक समय था जब बच्चों का लालन-पालन के लिए महिलाएं लेती थीं, लेकिन अब ऐसा नहीं है. एक ओर जहां यूट्यूब पर वीडियो देखकर महिलाएं रसोई के गुर सीख रही हैं, वहीं दूसरी ओर महिलाएं अब बच्चों के पालन-पोषण के लिए मोबाइल ऐप की मदद ले रही हैं. इसके लिए हमें टेक्नोलॉजी का शुक्रिया भी अदा करनी चाहिए मांओं को आत्मनिर्भर जिसने बच्चों की परवरिश के लिए बना दिया है. आगे जाने इस ऐप की खासियत विस्तार से
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एक नए सर्वे में हाल ही बात सामने आयी है कि सही तरीके से पालन-पोषण करने के लिए अपने बच्चों का भारत की करीब 70 प्रतिशत मांएं स्मार्टफोन का इस्तेमाल करती हैं. साथ ही भारत की 10 में से 8 मांओं ने इस बात को भी स्वीकार किया कि पैरेंटिंग को काफी आसान टेक्नोलॉजी ने बना दिया है.
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मीडिया रिपोर्ट के अनुसार शामिल मांओं का इस सर्वे में कहना है कि तकनीक के आ जाने के कारण अब उन्हें बच्चों की परवरिश के लिए किसी का मुंह नहीं देखना पड़ता है और किसी का इंतजार नहीं करना पड़ता है. इस सर्वे को डाटा ऐनालिटक्स फर्म यूगोव (YouGov) ने किया है. सर्वे में यह सामने आया है कि आजकल की मांएं मॉडर्न तरीके से बच्चों की परवरिश के लिए स्मार्टफोन पर निर्भर हैं, और इसके लिए वे पैरेंटिंग ऐप्स की मदद गूगल प्ले-स्टोर से डाउनलोड़ करके ले रहे है.
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