इंडियन हॉकी के लिए वर्ष 2022 का साल भी अच्छा रहा लेकिन महिला टीम ने राष्ट्रमंडल खेलों में ब्रॉन्ज मेडल के रूप में 16 वर्ष के उपरांत पदक हासिल करके पुरुष टीम की तुलना में थोड़ा बेहतर प्रदर्शन किया। बर्मिंघम राष्ट्रमंडल खेलों में इंडियन पुरुष और महिला टीमों ने पदक हासिल किए। इंडियन पुरुष टीम ने जहां रजत पदक जीता वहीं महिला टीम 16 साल बाद पोडियम पर पहुंचने में कामयाब थी।
इंडियन वुमन टीम ने मैनचेस्टर राष्ट्रमंडल खेल 2002 में गोल्ड मेडल और इसके 4 वर्ष के उपरांत मेलबर्न में सिल्वर मेडल अपने नाम किया है। इंडियन महिला टीम ने गोल्ड कोस्ट 2018 राष्ट्रमंडल खेलों के चैंपियन न्यूजीलैंड को पेनल्टी शूटआउट में 2-1 से हराकर पदक भी अपने नाम कर लिया है। वर्ष के आखिर में महिला टीम ने वैलेंसिया में FIH नेशंस कप जीतकर साबित भी कर दिया है कि राष्ट्रमंडल खेलों का पदक महज संयोग नहीं था।
महिला टीम नेशंस कप में अजेय रही तथा खिताब जीतकर उसने प्रो लीग में भी स्थान बना लिया है। महिला टीम 2021-22 के सत्र में प्रो लीग में तीसरे स्थान पर रही थी लेकिन वह 2022-23 के सत्र में इस में स्थान नहीं बना सकी। महिला टीम ने एशिया कप में तीसरे स्थान पर रहकर वर्ष की शानदार शुरुआत भी कर दी है। उसने कांस्य पदक के मैच में चीन को 2-0 से मात दे दी है। इंडियन जूनियर टीम हालांकि अप्रैल में दक्षिण अफ्रीका में खेले गए जूनियर विश्वकप के कांस्य पदक मैच में इंग्लैंड से 0-2 से मात गई थी।
वर्ल्ड कप में महिला टीम का प्रदर्शन भी अच्छा नहीं रहा था और वह नौवां स्थान ही हासिल कर पाई लेकिन इसके एक माह के उपरांत उसने बर्मिंघम में मेडल जीतकर अच्छी वापसी की थी। इंडियन पुरुष टीम को भी 2022 में सफलता मिली। इनमें राष्ट्रमंडल खेलों में सिल्वर मेडल जीतना भी शामिल है लेकिन उसे तक फाइनल में ऑस्ट्रेलिया के हाथों 0-7 से करारी हार का सामना करना पड़ गया था ।
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