नई दिल्ली: देश के अलावा विदेशों में रहने वाले लोगों द्वारा भी भारत की मदद भरपूर की जा रही है। जानकारी के अनुसार बता दें कि विदेशों में कमा रहे लोग देश का खजाना भी भर रहे हैं। भारत से बड़ी संख्या में लोग विदेशों मे काम कर रहे हैं और ये बड़ी संख्या में विदेशी मुद्रा देश में भेज रहे हैं।
अप्रैल से प्रदूषण प्रमाण-पत्र के बिना थर्ड पार्टी इंश्योरेंस नहीं
वहीं बता दें कि विदेश से कमाई अपने घर भेजने के मामले में भारतीय प्रथम है। पिछले वर्ष दुनियाभर में काम कर रहे भारतीय नागरिकों ने 69 अरब डॉलर करीब पांच लाख करोड़ रुपये अपने देश में भेजे हैं। इसके अलावा यह रकम पिछले वर्ष दुनियाभर में हुए रेमिटेंस विदेश में काम कर रहे नागरिकों द्वारा कमाई अपने देश में भेजना का 12 फीसदी है।
अगर कर्मचारियों में नहीं बांटा सेवी के चार्ज, तो होटल-रेस्टॉरेंट मालिकों की आई शामत
यहां बता दें कि वर्ष 2016 के मुकाबले पिछले वर्ष भारत में आने वाले रेमिटेंस की रकम लगभग आधा फीसदी अधिक है। वहीं कोटक महिंद्रा बैंक की एक रिपोर्ट के मुताबिक भारत में आने वाले रेमिटेंस का लगभग 59 फीसद चार राज्यों केरल, कर्नाटक, महाराष्ट्र और तमिलनाडु के हिस्से में आया है। इसके अलावा भारतीय रिजर्व बैंक के आंकड़ों के अनुसार इनमें केरल की 19 फीसदी, महाराष्ट्र की 17, कर्नाटक में 15 और तमिलनाडु की आठ फीसदी हिस्सेदारी है। वहीं रिपोर्ट के मुताबिक नौकरी के लिए सबसे ज्यादा लोग खाड़ी के देशों में जाते हैं। इनमें भी यूएई, सऊदी अरब, ओमान, कतर और कुवैत में जाने वालों की संख्या सर्वाधिक रही है।
खबरें और भी
शेयर बाजार: बढ़त के साथ खुले बाजार ने दिन के अंत तक फिर किया निराश
वॉलमार्ट-फ्लिपकार्ट सौदा: सचिन और बिन्नी बंसल पर सख्त हुआ आयकर विभाग, भेजा नोटिस