जून माह आयात के लिहाज से काफी अहम रहा है. भारत में खाने वाले तेल का आयात अपने उच्चतम स्तर पर पहुंच गया है. देश के खाद्य तेल आयात में जून महीने में 8 फीसद की तेजी आई, जिससे यह 11.62 लाख टन के स्तर पर पहुंच गया. वहीं, पाम ऑयल के आयात में तेजी से गिरावट दर्ज की गई. व्यापार संगठन सीईए द्वारा मंगलवार को यह जानकारी दी गई है. वनस्पति तेल के मामले में भारत दुनिया का प्रमुख खरीदार देश है. भारत ने पिछले साल जून में 10.71 लाख टन खाद्य तेल का आयात किया था.
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मीडिया रिपोर्ट के अनुसार 2019-20 की अवधि में तेल के आयात में गिरावट आई थी. नवंबर से जून में खाद्य तेल की गिरावट 15 फीसद तक रही है. गिरावट के बाद आयात 80.51 लाख टन पर आ गया. यह एक साल पहले की समान अवधि में 94.55 लाख टन रहा था. एसईए के अनुसार, प्रमुख रूप से आरबीडी पामोलिन तेल के आयात में गिरावट से ऐसा हुआ. यहां बता दें कि तेल वर्ष नवंबर से अक्टूबर तक चलता है.
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अपने बयान में एसईए ने कहा कि, 'यह तेल वर्ष 2019-20 के पिछले आठ महीनों में सबसे अधिक आयात है.' जून में हुए कुल आयात में पाम ऑयल 5.62 लाख टन और सॉफ्ट ऑयल 5.99 लाख टन रहा था. एसईए ने कहा कि आरबीडी पामोलिन के आयात में तब से गिरावट आई है, जब से इस उत्पाद को प्रतिबंधित व्यापार श्रेणी में लाया गया है. इसे इस साल 8 जनवरी को प्रतिबंधित व्यापार श्रेणी में लाया गया था. वही, एसईए ने कहा, 'साल 1994 में भारत द्वारा आरबीडी पामोलिन के आयात को अनुमति देने के बाद से इसमें यह सबसे कम आयात दर्ज हुआ है. हालांकि, क्रूड पाम ऑयल (CPO) का आयात 5.59 लाख टन के साथ अधिक रहा है. यह पिछले साल समान अवधि में 4.21 लाख टन रहा था
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