मिली जानकारी के मुताबिक़ करीब डेढ़ साल तक प्रिंसिपल पद पर कार्यरत रहने के बाद भारत के पहले ट्रांसजेंडर कॉलेज प्रिंसिपल मानबी बंदोपाध्याय ने इस्तीफा दे दिया है. बताया जा रहा है की मानबी बंदोपाध्याय का कहना है की वे अपने उस संस्थान के कुछ शिक्षकों और छात्रों के असहयोग पर निराशा जताते हुए यह कदम उठाया है.
नादिया जिला मजिस्ट्रेड सुमित गुप्ता ने इस खबर की पुष्टि करते हुए कहा है कि उन्हें जिले के कृष्णनगर महिला कॉलेज के प्रिंसिपल का इस्तीफा 27 दिसंबर को मिला है और उन्होंने इसे राज्य उच्च शिक्षा विभाग को भेज दिया है.
मानबी बंदोपाध्याय ने आरोप लगाया है कि वह पदभार संभालने के बाद से ही कई शिक्षकों से असहयोग का सामना कर रही थीं. वहीं, दूसरी ओर शिक्षकों ने भी प्रिंसिपल के खिलाफ यही आरोप लगाया है, जिससे गतिरोध पैदा हुआ.
मानबी बंदोपाध्याय ने बताया कि उनके सारे सहकर्मी उनके खिलाफ थे. कुछ छात्र भी उनके खिलाफ थे. वह मानसिक दबाव में थीं और इस्तीफा देने को मजबूर हुईं. बता दें कि मनाबी का नाम पहले सोमनाथ था. उन्होंने 2003-04 में कई ऑपरेशन कराए और महिला बन गईं.