उग्रवाद और आतंकवाद को लेकर भारत के विदेशी मंत्री ने कही ये बात

उग्रवाद और आतंकवाद को लेकर भारत के विदेशी मंत्री ने कही ये बात
Share:

इंडिया के विदेश मंत्री डॉक्टर एस जयशंकर ने वैश्विक शांति के लिए आतंकवाद को बहुत ही ज्यादा बड़ा खतरा कहा है, उन्होंने इस बात पर जोर देते हुए कहा है कि  आतंकवाद को बढ़ावा देने वाले प्रायोजकों, वित्तपोषकों को ढूंढ रहे है उन्हें सख्त सजा देना बहुत ही खास है। विदेश मंत्री ने इस बीच प्रत्यक्ष रूप से पाक पर भी कटाक्ष कर डाला है। 

‘आतंकवाद, अलगाववाद और उग्रवाद जैसे दानवों के विरुद्ध करेंगे लड़ाई ’: खबरों का कहना है कि कजाखस्तान के अस्ताना में कुछ ही समय पहले एक इंटरव्यू के समय डॉ. एस जयशंकर ने ये बातें  बोली थी। डॉ. जयशकंर ने जोर देते हुए बोला  है कि, ‘तीन दानवों (आतंकवाद, अलगाववाद और उग्रवाद) के खिलाफ लड़ने की बहुत ही ज्यादा जरूरत है।’ खबरों का कहना है कि चार जुलाई को अस्ताना में शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) का शिखर सम्मेलन आयोजित भी करवाया जा चुका है। इस बीच जयशंकर ने इंडियन प्रतिनिधि मंडल का प्रतिनिधित्व भी किया जा रहा है। पाक के पीएम शहबाज शरीफ ने इस SCO शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने वाले है।  

‘वैश्विक शांति के लिए सबसे बड़ी चुनौती साबित हो सकता है आतंकवाद’: इतना ही नहीं डॉक्टर एस जयशकंर ने बोला है कि ‘इस बात में कोई शक नहीं है कि आतंकवाद आज दुनिया के लिए सबसे बड़ी चुनौती भी बन चुका है। अब तो ये भी कहा जा रहा है कि यह वैश्विक और राष्ट्रीय शांति के लिए एक खतरा बन गया है। हम सभी को आतंकवाद के विरुद्ध मददकर्ताओं, वित्तपोषकों और प्रायोजकों के विरुद्ध संयुक्त कार्रवाई होना जरुरी है। इन सभी का पता लगाकर सख्त से सख्त सजा देने की आवश्यकता है।’

आतंकवाद के विरुद्ध मजबूत कार्रवाई पर दिया गया जोर: विदेश मंत्री ने इस बात पर जोर देते हुए कहा है कि उन्हें पूर्ण रूप से विश्वास है कि क्षेत्रीय आतंकवाद विरोधी संरंचना (आरएटीएस) की सहायता से SCO द्वारा आतंकवाद के विरुद्ध मजबूत कार्रवाई भी शुरू की जाने वाली है। इस बारें में डॉ. एस जयशकंर ने बोला है कि अस्ताना में हुए शिखर सम्मेलन में आतंकवाद, अलगाववाद और उग्रवाद के विरुद्ध संयुक्त जांच पर चर्चा की हुई और इस बात से वे बेहद ही खुश हैं। विदेश मंत्री ने इस बारें में बोला है कि बीते साल दिल्ली में SCO शिखर सम्मेलन हुआ था। उस समय आतंकवाद, अलगाववाद और उग्रवाद को बढ़ावा देने वाले कट्टरपंथ से संयुक्त रूप से मुकाबले पर भी जोर देने के लिए बोला है। विदेश मंत्री ने अपनी बात को जारी रखते हुए कहा है कि कजाखस्तान में भी शिखर सम्मेलन के बीच इस प्रतिबद्धता के उद्देश्य को आगे तक बढ़ा दिया गया है।

Share:

रिलेटेड टॉपिक्स
- Sponsored Advert -
- Sponsored Advert -