नई दिल्ली: भारत और फ्रांस ने शनिवार को एक बार फिर से आपसी संबंधों में मजबूती लाने की दिशा में बड़ा कदम उठाया है. विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने फ्रांस को भारत का एक दृढ़ मित्र करार दिया है. दोनों देशों ने आतंकवाद से लेकर ग्लोबल वार्मिंग तक, समुद्री सुरक्षा से लेकर सतत विकास तक के अपने रणनीतिक संबंधों को लेकर विचार विमर्श किया.
विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने इस बात पर भी जोर दिया कि आतंकवाद और कट्टरपंथ सेंसरशिप का सबसे ज्यादा प्रभावी रूप बनकर सामने आ रहा है. पेरिस और नीस में पिछले सप्ताह हुई घटनाएं भयावह हैं. भारत, फ्रांस के साथ खड़ा है. उन्होंने कहा कि हम यह ढोंग नहीं कर सकते हैं कि इस किस्म की कार्रवाई के पीछे सिर्फ लोन-वुल्फ पहल या गुमराह लोगों ने की है. इसके पीछे राज्यों और संगठित संस्थानों का समर्थन है.
सूत्रों के अनुसार, श्रींगला ने अपने बयान में कहा है कि, “आप जानते हैं कि वो कौन हैं. हमें एक समन्वित और निश्चित प्रतिक्रिया को नहीं टालना चाहिए, हम नहीं टाल सकते हैं.” श्रृंगला ने अपने दौरे के दौरान प्रमुख फ्रांसीसी शिक्षाविदों, मीडिया और विचारकों के एक क्रॉस-सेक्शन से भेंट की. भारत-फ्रांस सामरिक रिश्तों की गतिशीलता को मजबूत करने में बहुत रुचि दिखी. उन्होंने फ्रांस को काफी पुराना एक दृढ़ मित्र करार दिया.
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