नई दिल्लीः केंद्र सरकार द्वारा जम्मू-कश्मीर में धारा 370 हटाने के बाद पाकिस्तान बुरी तरह से चिढ़ गया है। पाकिस्तान ने विरोध जताने के लिए तरातर कई फैसले लिए जैसे दोनों देशों के बीच चलने वाली ट्रेन और बस सेवा को निलंबित करना। इसी कड़ी में पाकिस्तान ने भारत के साथ व्यापार को भी रोक दिया है। लेकिन इस कदम का भारतीय अर्थव्यवस्था पर कोई खास प्रभाव नहीं पड़ने वाला। भारतीय कारोबारियों के अनुसार,उन्होंने पहले से ही पाकिस्तान से आयातित माल पर निर्भरता काफी कम कर रखी है।
कारोबारियों का मानना है कि इस कदम से उल्टे पाकिस्तान का ही नुकसान होगा। भारत द्वारा पाकिस्तान को निर्यात की जाने वाली वस्तुओं में मुख्य रूप से जैविक रसायन, कॉटन, प्लास्टिक और डाई हैं। वहां से आयात होने वाली वस्तुओं में मुख्य रूप से फल और ड्राई फूड, खनिज व अयस्क, तैयार चमड़ा और ऊन है। भारत ने पाकिस्तान को टमाटर निर्यात करना बहुत लंबे वक्त से बंद कर रखा है।
फेडरेशन ऑफ इंडियन एक्सपोर्ट ऑर्गेनाइजेशन के डायरेक्टर जनरल अजय सहाय ने बताया, ‘व्यापारिक रिश्तों को रोकने से पाकिस्तान को अधिक हानि होगा, क्योंकि पाकिस्तान द्वारा वैश्विक व्यापार नियमों का उल्लंघन करने और मोस्ट फेवरेट नेशन नहीं होने के कारण हमारा उनको निर्यात बहुत सीमित है।’ पाक से मोस्ट फेवर्ड नेशन का दर्जा वापस लेने के बाद पाकिस्तान से आयात होने वाले सामानों पर टैरिफ को 200 फीसदी कर दिया था। अधिकारियों का भी बोलना है कि पाकिस्तान के साथ व्यापार बीते कुछ वक्त से लगभग बंद सा ही है। इसलिए, पाकिस्तान के इस कदम से मुख्य रूप से कृषि उत्पादों पर कोई असर नहीं पडेगा।
जम्मू-कश्मीर में निवेश को बढ़ावा देगी सीआईआई
श्री वेंकटेश्वर मंदिर में अमेरिकी कारोबारियों ने दान किए 14 करोड़ रुपए, लेकिन रखी ये शर्त