इंदौर : मध्य प्रदेश के इंदौर शहर में सबसे ज्यादा कोरोना के मरीज मिले है. दिन पर दिन यहां मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है. वहीं शहर के लोकमान्य नगर में तीन दिन पहले एक व्यक्ति की इलाज के दौरान मौत के बाद उसके कोरोना पॉजिटिव मिलने से यहां लोगों में डर बना हुआ है. इस कॉलोनी से एक और चिंताजनक बात सामने आई है कि लॉकडाउन के शुरुआती दौर में यहां अलग-अलग परिवारों में करीब 150 लोग मुंबई और पुणे से आए हुए हैं. इनमें कुछ रिश्तेदार तो कुछ परिवार के ही लोग हैं जो मुंबई और पुणे में नौकरी करते हैं. इन लोगों ने इंदौर से पहले मुंबई में फैले कोरोना संक्रमण के डर से इंदौर का रुख किया था. अब इंदौर में लगातार कोरोना पॉजिटिव आने से यहां भी हालात बिगड़ने लगे हैं. प्रशासन और नगर निगम के अधिकारियों को जानकारी होने के बावजूद मुंबई व पुणे से आए इन लोगों की अब तक जांच नहीं की गई.
वहीं लॉकडाउन शुरू होने के दूसरे दिन ही निगम के दरोगा फ्लाइट से यात्रा करके आए वैद्य परिवार के एक व्यक्ति की जानकारी लेने आए थे. रहवासी संघ के अध्यक्ष वैभव ठाकुर ने बताया कि दरोगा को बताया था कि कॉलोनी में हाल ही में मुंबई और पुणे से कुछ लोग आए हुए हैं. इन लोगों की जानकारी चाहिए तो हम सूची उपलब्ध करा सकते हैं, लेकिन अब तक न तो कोई जानकारी लेने आया, न ही सैंपल लिए गए है. ये भी बताया जाता है कि लोकमान्य नगर के जिस वाग्देवी भवन में 59 वर्षीय व्यक्ति की कोरोना से मौत हुई है, उसका बेटा पुणे में आईटी कंपनी में नौकरी करता है.
जानकारी के लिए बता दें की वह 20 मार्च से यहां आया हुआ है. पिता की मौत के बाद उसने प्रशासन और पुलिस के अधिकारियों से कहा है कि जांच के लिए उसका और उसकी मां का भी नमूना लिया जाए ताकि स्थिति साफ हो सके कि परिवार में कोई और तो कोरोना पॉजिटिव तो नहीं है. वाग्देवी भवन में रह रहे अन्य तीन परिवारों में भी डर है.
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