इंदौर: मध्य प्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर (Indore) के विकास के लिए नगर निगम (Municipal council) के बजट पर जनप्रतिनिधियों एवं अफसरों ने चर्चा आयोजित की। इसमें विकास के कई मुद्दों के साथ नवाचार पर भी ध्यान दिया गया है। बजट पर चर्चा के पश्चात् मंत्री तुलसी सिलावट ने कहा कि इस बार ने नए सिविल हॉस्पिटल पर सहमति बनी है। इसके साथ इंदौर में सम्मिलित हुए 29 गांव के विकास के लिए भी नया बजट बनाया गया है। इस बजट से इन सभी गांव के विकास में बेहतर सहायता प्राप्त होगी।
वही यहां पर सभी प्रकार की सुविधाएं उपलब्ध जल्द से जल्द कराई जाएंगी। सभी ने मिलकर इस बजट में कई नए प्रावधान किए हैं जो शहर को नई ऊंचाइयों पर ले जाएंगे। जनता की सुविधा एवं हितों को प्राथमिकता देते हुए इस बार का बजट सभी की मंजूरी से तैयार किया जा रहा है। आशा है की अप्रैल अंत तक बजट जारी हो जाएगा। महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने कहा कि हमने सभी से सुझाव लिए हैं। हम सभी की कोशिश है कि इंदौर अब डिजिटल सिटी बने। ट्रैफिक, खेल, सौलर सिटी जैसी अवधारणाओं का समावेश होगा। 29 गांव के लिए अलग से सेल बनेगा। अन्य सभी वार्डों से इन सभी गांवों में अधिक बजट होगा। पूरा प्रयास है कि बजट अप्रैल आखिर तक आ जाएगा। अभी लाड़ली बहना योजना पर पूरी ध्यान है, इसमें आ रही तकनीकी कमियों को दूर करने पर काम कर रहे हैं। गर्मी का मौसम आने वाला है इसलिए पानी की कमी न हो इस पर भी खास ध्यान दिया जा रहा है।
बजट की बैठक में कई नेताओं ने यह भी मुद्दा उठाया कि ठेकेदारों का पैसा रुकने से कई स्थानों पर विकास के काम रुके हुए हैं। इस पर अफसरों ने कहा कि एक महीने में अधिकांश ठेकेदारों के पैसे जारी कर दिए जाएंगे। नेताओं ने कहा कि विकास यात्रा के चलते जो वादे किए वह वक़्त पर पूरे नहीं होंगे तो गलत संदेश जाएगा इसलिए ठेकेदारों के पैसे वक़्त पर जारी करके काम पूरे करवाना चाहिए।
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