इंदौर: देश के सबसे स्वच्छ शहर इंदौर में पुलिस ने अदालत की कार्रवाई की वीडियो बना कर उसे प्रतिबंधित कट्टरपंथी संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ़ इंडिया (PFI) तक पहुँचाने के आरोप में एक 23 वर्षीया महिला को अरेस्ट कर लिया है। महिला का नाम सोनू मंसूरी बताया गया है, जो कोर्ट में वकील की ड्रेस पहनकर पहुंची थी। जब महिला को पकड़ा गया था, तब पठान फिल्म के विरोध के दौरान विवादित नारे लगाने के आरोप में पकड़े गए हिन्दू संगठन के कार्यकर्ताओं की सुनवाई चल रही थी। इस मामले में एक अन्य महिला वकील नूरजहाँ पर भी प्राथमिकी दर्ज हुई है। नूरजहाँ पर आरोपित सोनू मंसूरी को अपने साथ अदालत में लाने का इल्जाम है। घटना शनिवार (28 जनवरी) की है।
#Indore के जिला कोर्ट में सोनू मंसूरी ने प्रतिबंधित संगठन #PJI के लिए अदालत में हिंदू संगठन सदस्यों की जमानत की सुनवाई को किया रिकॉर्ड। पुलिस ने फर्जी वकील की आईडी एवं 3.50 लाख रुपए नगद बरामद किए। #Pathan विरोध के बाद से आए @VHPDigital के कार्यकर्त्ता निशाने पर? pic.twitter.com/z1REUM0hbR
— Shyamsundar Pal (@ShyamasundarPal) January 29, 2023
रिपोर्ट्स के अनुसार, शनिवार को ‘पठान’ फिल्म के विरोध के दौरान कस्तूरी सिनेमा पर विवादित नारे लगाने के आरोप में अरेस्ट किए गए हिन्दू संगठन से जुड़े कार्यकर्ताओं की अदालत में पेशी थी। इस पेशी दौरान एक महिला कोर्ट कार्रवाई का वीडियो बना रही थी। आस-पास मौजूद अन्य वकीलों की नजर जब उस महिला पर पड़ी, तो उन्होंने उससे पूछताछ की। इस दौरान वीडियो बनाने वाली महिला कोई संतोषजनक उत्तर नहीं दे सकी। महिला वकील की ड्रेस पहने हुए थी।
पूछताछ में आरोपिता ने बताया कि वह वीडियो महिला वकील नूरजहाँ के कहने पर रिकॉर्ड कर रही थी। लड़की के मोबाइल में अदालती कार्रवाई का वीडियो भी पाया गया है। बाद में पुलिस को सूचित किया गया। बताया जा रहा है कि लड़की ने पुलिस के सामने स्वीकार किया है कि वह कट्टरपंथी संगठन PFI के इशारे पर ऐसा कर रही थी। तलाशी के दौरान लड़की के पास से 1 लाख 16 हजार रुपए कैश मिलने की बात भी सामने आई है। पुलिस ने सोनू मंसूरी का फोन जब्त कर लिया है, जिसमें कई अन्य आत्तिजनक वीडियो मिलने की बात सामने आई है।
मंसूरी ने पुलिस के सामने यह भी स्वीकार किया कि वह वकील नहीं है। अदालत में हुई इस घटना का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है। हालाँकि सोनू मंसूरी के पास से मिले कैश को ले कर अलग-अलग दावे किए जा रहे हैं। वहीं दावा ये भी है कि अरोपिता के पास से फर्जी दस्तावेज़ भी मिले हैं। अभिभाषक संघ के सदस्य सुरेन्द्र सिंह की शिकायत पर फर्जी वकील सोनू मंसूरी (23) पिता सुपडु मंसूरी निवासी सुनिकेत अपार्टमेंट आंनद बाजार, इंदौर और वकील नूरजहाँ के खिलाफ 410, 420 और 120 बी के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है। घटना के बाद दूसरी आरोपिता महिला वकील नूरजहाँ फरार बताई जा रहीं हैं, जिनकी खोजबीन पुलिस कर रही है। मूल रूप से भोपाल की निवासी नूरजहाँ इंदौर बार एसोशिएशन का चुनाव भी लड़ चुकी हैं और कट्टरपंथी संगठन PFI से जुड़ी हुईं बताई जा रहीं हैं।
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