आज के समय में मिलावटी चीजें बहुत मिलने लगी हैं। हर सामान में मिलावट देखने को मिल ही जाती है फिर वह खाना हो, तेल हो, चावल हो या कुछ और। वैसे अब इसी बीच मिलावटी खाने के खिलाफ़ मोर्चा खोलते हुए मध्यप्रदेश सरकार ने इंदौर में बीते गुरुवार को एक 'मोबाईल टेस्टिंग लैबरेटरी' की स्थापना की है। जी हाँ , सुनकर आपको बड़ी ख़ुशी मिली होगी और अगर आप इंदौर के निवासी हैं तो आपकी ख़ुशी का तो ठिकाना ही नहीं होगा।
एक वेबसाइट की रिपोर्ट को माने तो यह लैब आधुनिक तकनीक से भरी हुई है और इसमें 102 प्रकार के खाने के सैंपल की जांच मामूली दरों पर होने के बारे में कहा गया है। इस बारे में बात करते हुए चीफ़ मेडिकल और हेल्थ ऑफ़िसर, डॉ. प्रवीन ने बताया कि, 'इस मोबाईल फ़ूड ऐंड टेस्टिंग लैबरेटरी को बीते बुधवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भोपाल में हरी झंडी दिखाई और ये गुरुवार को इंदौर पहुंचा।'
इसके अलावा उन्होंने यह भी कहा कि, 'ये लैब मिल्क स्कैनर, pH मीटर, रिफ़्रैक्टोमीटर, टीपीआर मीटर, पैथोजेन किट, मिक्सर ग्राइंडर, हॉट एयर अवन और अन्य आधुनिक उपकरणों से लैस है। इन उपरकरणों की सहायता से यूरिया, पीने का पानी, चीनी, तेल, मावा, पनीर, मसाले और अन्य खाने-पीने की चीज़ों में मिलावट का पता लगाया जा सकेगा। ये मोबाईल वैन शहर के विभिन्न इलाक़ों में सफ़र करेगा और लोग इसमें खाने के सैंपल ले जाकर चैक करवा सकेंगे।' आप सभी को बता दें कि स्वास्थ्य मंत्रलाय ने फ़ूड ऐंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन अधिकारियों को रैपिड टेस्टिंग किट भी उपलब्ध करवा दिए हैं। वैसे मध्य सरकार इस तरह के मोबाईल लैब अन्य शहरों में भी जल्द ही शुरू करने वाली है।
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