कोरोना काल में दिन-रात ड्यूटी कर रहे है पुलिसकर्मी. वहीं, इसी बीच इंदौर से एक सुकून देने वाली खबर सामने आई है. शहर के सराफा बाजार में रहने वाली 12 साल की आकांक्षा कोरोना के खिलाफ संघर्ष में पुलिसकर्मियों की सेवा से इतनी प्रभावित हुई कि उसने अपना जन्मदिन पुलिस थाने में मनाने का निर्णय लिया. उसने गरीबों की मदद के लिए अपनी बचत के पैसे भी पुलिसवालों को दे दिए.
दरअसल, इंदौर के सराफा बाजार में चौकीदारी का काम करने वाले मुकेश की 12 साल की बेटी आकांक्षा का मंगलवार को जन्मदिन था. आकांक्षा कोरोना संकट के दौरान पुलिसकर्मियों से इतनी प्रभावित हो गई कि उसने उनके साथ ही अपना जन्मदिन मनाने की इच्छा जताई. पिता मुकेश के पास कोई चारा नहीं था. वे आकांक्षा को लेकर सराफा थाने पहुंचे और वहां मौजूद एसआई बी.एल. सुनेरिया से बच्ची की इच्छा के बारे में बताया.
बता दें की सराफा थाने के पुलिसकर्मी इसके लिए खुशी से राजी हो गए. पुलिसकर्मियों ने ही इसका सारा इंतजाम किया और थाने में ही आकांक्षा का जन्मदिन मनाया. पुलिसकर्मियों ने पिता के साथ बर्थडे गीत भी गाया, तालियां बजाईं और मासूम को आशीर्वाद और बधाई दी. थाना प्रभारी अमृता सोलंकी ने बाजार खुलने के बाद बच्ची को उसकी पसंद का उपहार देने का वादा भी किया. वहीं, आकांक्षा का परिवार थाने के सामने ही रहता है. वह हर रोज पुलिस की गतिविधियों को देखती है. कोरोना संकट के मौजूदा दौर में पुलिसकर्मी जिस तरह अपनी जान जोखिम में डालकर दूसरों को सुरक्षित रखने की कोशिश में लगे हैं. इसी से प्रभावित होकर आकांक्षा ने पुलिसकर्मियों के साथ ही जन्मदिन मनाने का तय किया और बचत के पैसे भी उन्हें दे दिए.
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