कोरोना महामारी ने देश ही नहीं पूरी दुनिया में भारी आतंक मचा रखा है वही कोरोना वायरस का संकट दिन पर दिन बढ़ता जा रहा है तथा मरने वालों के आंकड़े में भी भारी वृद्धि हो रही है। हॉस्पिटल से लेकर श्मशान घाट तक खतरनाक स्थिति बनी हुई है। इंदौर के मुक्ति धाम में कोरोना से मरने वाले लाशों की संख्या में निरंतर वृद्धि हो रही है। जिसके कारण दाह संस्कार करने में लोगों को बहुत समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।
शवों के निरंतर आने के कारण सूर्यास्त के पश्चात् रात 10 बजे तक अंतिम संस्कार का काम चल रहा है। रोगियों को सरकारी और निजी अस्पतालों में बेड नहीं मिल पा रहे हैं। जिसके कारण व्यक्तियों का उपचार नहीं हो पा रहा है और मरने वालों की संख्या में बढ़ती जा रही है। श्मशान घाट पर काम करने वाले व्यक्तियों का कहना है कि शवों का आना रुक नहीं रहा है। इंदौर के पंचकुइयां मुक्तिधाम में औसत 10 से 12 कोरोना रोगियों का दाह संस्कार किया जा रहा है। बुधवार को 40 से 45 कोरोना व सामान्य मौत का दाह संस्कार किया गया।
वहीं बृहस्पतिवार दोपहर तक 10 कोरोना से हुईं मौत तथा 7 सामान्य मौत के शव आए। इंदौर के रीजनल पार्क मुक्ति धाम में बृहस्पतिवार को 32 लाशें आई। जिसमें 21 लाशें कोरोना मरीज की थी। आलम ये है कि श्मशान घाट पर काम करने वाले कर्मचारी भी अब बीमार पड़ने लगे हैं। रिजनल पार्क मुक्तिधाम के दो सेवादार घर चले गए हैं। जबकि रामबाग मुक्तिधाम के सेवादार ने बुखार तथा हाथ-पैर में दर्द की वजह से छुट्टी ले ली। प्रतिदिन मुक्ति धाम में कोरोना से मरने वालों के शव आ रहे हैं तथा कई स्थान पर तो बल्क में लाशें जल रही हैं। रीति रिवाज तो छोड़िए सूर्यास्त के पश्चात् रात 9 बजे, 10 बजे तक शवों का अंतिम संस्कार हो रहा है। इंदौर के अधिकतर मुक्ति धामों की यही स्थिति है।
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