भारत के प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने पीएम पद हासिल करने के बाद स्वच्छ सर्वेक्षण कार्यक्रम रखा जिसके तहत हर साल देशभर के सभी शहरो का स्वछता सर्वेक्षण किया जाएगा और उनमे से किसी एक शहर को सबसे स्वच्छ शहर का पुरस्कार दिया जाएगा. साल 2018 में देशभर के एक लाख से ज्यादा आबादी वाले सभी 485 शहरी स्थानीय निकायों में मध्यप्रदेश के इंदौर शहर को देश का सबसे स्वच्छ शहर घोषित किया गया हैं. इंदौर लगातार दूसरी बार स्वछता में पुरस्कृत हो रहा हैं. इससे पहले साल 2017 में भी इंदौर ही स्वछता में नम्बर वन आया था.
स्वछता के मामले में इंदौर ने कुल 4,000 अंक में से ज्यादा 3707.01 हासिल किए हैं और इसी के साथ वो पहले स्थान पर आ गया हैं. इंदौर के बाद देश के सबसे साफ-सुथरे शहरो में दूसरे नम्बर पर भोपाल 3688.94 अंक के साथ, तीसरे पर चंडीगढ़ 3649.38 अंक के साथ, चौथे पर नई दिल्ली नगरपालिका परिषद 3597.19 अंक के साथ, पांचवे पर विजयवाड़ा 3580.24 अंक के साथ, छठे पर तिरुपति 3575.8 अंक के साथ, सातवें स्थान पर ग्रेटर विशाखापत्तनम नगरपालिका परिषद 3546.5 अंक के साथ, आंठवे स्थान पर मैसुरु 3539.58 अंक के साथ, नवें स्थान पर नवी मुंबई 3536.23 अंक के साथ और दसवें स्थान पर पुणे 3471.34 अंक के साथ इस लिस्ट में अपनी जगह बना पाए हैं.
प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने तो इंदौर आकर इंदौर को देश का सबसे साफ़ शहर घोषित कर इसके लिए पुरस्कार भी दिया. इसी के साथ भोपाल और चंडीगढ़ को भी क्रमश दूसरे और तीसरे स्थान के लिए पुरस्कार मिला. इस कार्यक्रम में इंदौर और मध्यप्रदेश के कई बड़े नेतागण शामिल थे. लोकसभा अध्यक्ष और स्थानीय सांसद सुमित्रा महाजन, मध्यप्रदेश की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, महापौर मालिनी लक्ष्मण सिंह समेत और भी कई बड़े नेता मौजूद थे.
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