इंदौर। जनवरी 2023 में इंदौर शहर में होने वाले प्रवासी भारतीय सम्मेलन की तैयारियां इन दिनों जोरशोर से चल रही हैं। इंदौर महापौर पुष्यमित्र भार्गव सम्मेलन की तैयारियों से संबंधित कार्यों की समीक्षा कर रहे हैं। भार्गव ने कहा है कि एनआरआई सम्मेलन से पहले हमारे शहर के एनआरआई अर्थात नॉन रेसीडेंट इंदौरियों से भी चर्चा की जाएगी। नॉन रेसीडेंट इंदौरी विभिन्न देशों में कार्यरत हैं अथवा पढ़ाई कर रहे हैं। उनकी सहभागिता सम्मेलन के पहले हो इसलिए उनसे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से चर्चा कर उनकी भूमिका भी तय की जाएगी।
महापौर भार्गव ने सोमवार को झू में आयोजित भूमिपूजन समारोह में मीडिया से चर्चा के दौरान कहा कि प्रवासी भारतीय सम्मेलन से पहले इंदौर झू का स्वरूप पूरी तरह बदला जा रहा है। शीघ्र ही यह आकर्षक स्वरूप में दिखाई देगा, प्रवासी भारतीयों को दिखाने के लिए जिन स्थलों की सूची तय की जा रही है, उसमें झू को भी शामिल किया जाएगा। महापौर ने झू की सुरक्षा दीवार के निर्माण कार्य का भूमिपूजन किया। इस अवसर पर एमआईसी सदस्य नंदकिशोर पहाडिया व झू प्रभारी डॉ. उत्तम यादव भी मौजूद थे।
भार्गव ने जानकारी दी कि सुरक्षा दीवार के निर्माण पर 1.65 करोड़ रुपए की राशि खर्च होगी। इसके अलावा झू के रखरखाव, पुताई व इसे आकर्षक स्वरूप प्रदान करने का कार्य भी किया जाएगा। दीवार निर्माण व अन्य कार्यों पर कुल ढाई करोड़ की राशि खर्च होगी। महापौर भार्गव ने बताया कि झू में शेरनी ने हाल ही में तीन शावकों को जन्म दिया है। उन्होंने कहा कि झू की सही तरीके से देखरेख की जा रही है और इसी का नतीजा है कि यहां प्राणियों का कुनबा बढ़ रहा है।
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