नई दिल्ली. देश में पहली बार ऐसा हुआ है कि सर्वोच्च अदालत के कॉलेजियम ने किसी महिला वकील को सीधे सुप्रीम कोर्ट की जज बनाने की सिफारिश की है. यह महिला वकील हैं इंदु मल्होत्रा. अब यदि केंद्र सरकार इस सिफारिश को मान लेती है, तो इंदु मल्होत्रा वकील से सीधे सुप्रीम कोर्ट की जज बनने वाली देश की पहली महिला वकील होंगी.
कॉलेजियम ने सुप्रीम कोर्ट के जज पद के लिए दो नामों की सिफ़ारिश की है, जिनमें से एक हैं वरिष्ठ वकील इंदु मल्होत्रा और उत्तराखंड हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश केएम जोसफ. देश के मुख्य न्यायाधीश दीपक मिश्रा के नेतृत्व में गठित इस कॉलेजियम में सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ न्यायाधीश शामिल हैं. इंदु मल्होत्रा का जन्म 1956 में बेंगलुरु में हुआ था, इनके पिता ओम प्रकाश मल्होत्रा भी सुप्रीम कोर्ट में वकील थे. इन्दु के बड़े भाई और बड़ी बहन भी वकील हैं.
इंदु मल्होत्रा को 26 नवंबर 1988 को मुकेश गोस्वामी मेमोरियल अवॉर्ड से भी नवाजा जा चुका है.2007 में इन्दु सीनियर ऐडवोकेट बनीं. अब वह सुप्रीम कोर्ट की सातवीं महिला जज बन सकती हैं. इस समय सुप्रीम कोर्ट में 25 जज में से केवल एक महिला जज है. सुप्रीम कोर्ट की सबसे पहली महिला जज, साल 1898 में एम फातिमा बीवी बनीं थी.
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