देश का आम बजट 2023 (Union Budget 2023) पेश होने में महज कुछ घंटों का वक़्त ही बचा हुआ है. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) सुबह 11 बजे वित्त वर्ष 2023-24 का वित्तीय लेखा-जोखा शुरू हो चुका है. पूरे देश की निगाहें बजट में की जाने वाली घोषणाओं पर लग चुकी है. दरअसल, ये बजट मौजूदा सेंट्रल गवर्नमेंट का आखिरी पूर्ण बजट है. इस लिहाज से लोगों की अनुमान भी इससे अधिक है कि सरकार उन्हें क्या तोहफा देने जा रही है?
कम हो रही है महंगाई, सरकार ने उठाए जरूरी कदम- वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट के उपरांत अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में बोला है कि रिटेल और थोक दोनों महंगाई कम हो चुकी है। सरकार ने कदम भी उठा लिए है। सरकार महंगाई को काबू में करने में सफलबी हो चुकी है। जब जमीनी स्तर पर काम होता है और तुरंत प्रतिक्रिया दी जाती है तो अच्छे नतीजे प्राप्त हो चुके है।
हम 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने की ओर- वित्त मंत्री प्रेस कॉन्फ्रेंस में बोला है कि हम 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने की ओर बढ़ रहे हैं। सीतारमण ने बोला है कि भारतीय इकोनॉमी 5 लाख करोड़ डॉलर बनने की तरफ बढ़ रहा है। उन्होंने बोला है कि बजट में मुख्य रूप से कस्टम ड्यूटी को व्यवस्थित करने, मिडिल क्लास के लिए पर्सनल इनकम टैक्स (personal income tax) बेनिफिट्स सुनिश्चित करने पर जोर रहा। उन्होंने कहा कि बजट, पूंजी निवेश को एक बड़ा कदम देता है, यह MSME में भी शामिल होता है क्योंकि वे विकास के इंजन भी है। यह पूंजी निवेश को बनाए रखता है और निजी क्षेत्र को भी आगे बढ़ाता है, जबकि व्यक्तियों और मध्यम वर्ग को कर राहत भी प्रदान कर रहा है।
कैसे पैदा हो रहा रोजगार? वित्त मंत्री ने समझाया- बजट के उपरांत अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बोला है कि परियोजनाएं चल रही हैं और पैसे का इस्तेमाल किया जा रहा है, जो बजट विवरण से आ रहा है। व्यक्ति के बिना परियोजनाएं कैसे पूरी हो सकती हैं। मानव हस्तक्षेप के बिना 1 प्रतिशत प्रोजेक्ट भी पूरा नहीं किया जा सकता है। तो जाहिर तौर पर जमीन पर नौकरियां भी दी जा रही है।
बजट भाषण के बाद घाटे में डूबे निवेशक
महाकाल मंदिर में भस्म आरती और जलाभिषेक के नाम पर महिला से ऐठे पैसे