बेंगलुरु. इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी सेक्टर में कर्मचारियों की भारी मात्रा में की जा रही छंटनी से इन्फोसिस के फाउंडर एनआर नारायणमूर्ति इन दिनों बहुत आहत दिखाई दे रहे है. उन्होंने कोस्ट में कटौती के उपाय में एम्प्लॉई को जॉब से निकाले जाने पर दुःख जताया. ईमेल से भेजे जवाब में कहा कि यह काफी दुःख पहुंचाने वाला है.
उन्होंने आगे इस बारे में ज्यादा कुछ नहीं कहा. उन्होंने यह जरूर कहा कि आईटी क्षेत्र की कंपनिया जिस तरीके से एम्प्लॉई की छंटनी कर रही है. उस कारण आधे एम्प्लॉई भी इस सेक़्टर में नहीं रह जाएगें. बता दे कि इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी बिजनेस को लेकर इन्फोसिस ने घोषणा की है कि वह हॉफ इयरली आधार पर परफॉरमेंस की समीक्षा करते हुए अपने एम्प्लॉई को पिंक स्लिप पकड़ा सकता है.
इंफोसिस की यह घोषणा तब सामने आई जब इसी सेक्टर की दूसरी कंपनिया विप्रो और कॉग्निजेंट भी अपनी कोस्ट को कण्ट्रोल करने के लिए यह कदम उठा रही है. अमेरिकन कंपनी कॉग्निजेंट ने अपने डायरेक्टर्स, सीनियर वाईस प्रेसिडेंट को 6 से 9 महीने की सैलरी की पेशकश करते हुए वॉलेंट्री रिटायरमेंट की बात कही है.
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