लखनऊ: उत्तर प्रदेश आतंकवाद निरोधी दस्ते (यूपी ATS) ने 22 जनवरी को राम मंदिर उद्घाटन और प्राण प्रतिष्ठा समारोह से पहले लोगों को धमकी देने और भड़काने का प्रयास करने के आरोप में 24 वर्षीय जिब्रान मकरानी को यूपी के झांसी शहर से गिरफ्तार किया है। पता चला कि जिस एक्स अकाउंट से धमकियां दी गई थीं, वह झांसी के इसरार मकरानी के बेटे हाफिज जिब्रान मकरानी द्वारा चलाया जा रहा था।
यूपी ATS द्वारा 3 जनवरी को जारी एक प्रेस नोट के अनुसार, साइबर गश्ती अधिकारियों ने @jibranMakrani1 के खाते से एक्स, पूर्व ट्विटर पर एक भड़काऊ पोस्ट को चिह्नित किया। पोस्ट में लिखा था कि, ''हम एक भी मस्जिद नहीं जाने देंगे, अगर कोई मस्जिद हमसे जबरदस्ती छीनी गई, तो परिणाम भुगतने के लिए तैयार रहें, बाबरी मस्जिद भी हमारी है और इंशाल्लाह हमारी रहेगी।'' प्रेस नोट में लिखा है कि पोस्ट से साफ पता चलता है कि इसका उद्देश्य सांप्रदायिक वैमनस्य पैदा करना, धार्मिक विद्वेष बढ़ाना और उन्माद फैलाना है। जब जिब्रान को पहली बार पूछताछ के लिए बुलाया गया, तो उसने यह पोस्ट डिलीट कर दी थी। उस समय वह अपना फोन अपने साथ नहीं ले गया था। जब वह अपना फोन लेकर लौटा, तो एक्स पोस्ट डिलीट पाया गया।
FIR के मुताबिक, जिब्रान ने कहा कि वह चाहता था कि उसके मुस्लिम भाई राम मंदिर को तोड़कर दोबारा भव्य बाबरी मस्जिद का निर्माण करें। उसने लिखा था कि, “इंशा अल्लाह, जब भी मुझे भविष्य में मौका मिलेगा, मैं अपने ट्विटर (एक्स) हैंडल और अन्य सोशल मीडिया हैंडल के माध्यम से अपने मुस्लिम भाइयों से काफिर हिंदुओं के खिलाफ बाबरी मस्जिद विध्वंस का बदला लेने की अपील करता रहूंगा। मुझे अपने काम पर फख्र है।'' जब यूपी ATS ने पोस्ट के बारे में पूछताछ की, तो जिब्रान ने कहा कि उसने बाबरी मस्जिद का बदला लेने और मुस्लिम भाइयों से राम मंदिर को जमींदोज करने के इरादे से पोस्ट डाला था। उसने मुगल तानाशाह बाबर द्वारा राम मंदिर के विध्वंस का जिक्र करते हुए लिखा था, “जैसा कि हमारे पूर्वजों ने किया था।” (यानी राम मंदिर तोड़ा था)
जिब्रान के फोन से प्राप्त डेटा में अलग-अलग लोगों के पोस्ट के स्क्रीनशॉट दिखाई दिए, जिनमें बाबरी मस्जिद के विध्वंस पर पोस्ट, इजरायल पर हमास द्वारा आतंकवादी हमले का समर्थन करने वाले पोस्ट और प्रतिबंधित कट्टरपंथी संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) का समर्थन करने वाले पोस्ट शामिल थे। जब इस तरह के विवादास्पद पोस्ट के स्क्रीनशॉट के बारे में सवाल किया गया, तो जिब्रान ने कहा कि वह "मुस्लिम भाइयों के खिलाफ अत्याचार" से परेशान हैं और वह अपने मुस्लिमों के बीच व्यापक रूप से भड़काऊ पोस्ट को बढ़ावा देने के लिए अपने एक्स हैंडल पर ऐसे स्क्रीनशॉट की सामग्री को दोबारा पोस्ट करता हैं।
जिब्रान मकरानी को धारा 153A/505(2) के तहत गिरफ्तार किया गया है और आगे की जांच जारी है। इस दौरान उसके पास से एक मोबाइल फोन और 3 सिम कार्ड बरामद हुए हैं। यह एक दिन बाद आया है जब यूपी पुलिस स्पेशल टास्क फोर्स (STF) ने श्री राम मंदिर, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और यूपी STF के प्रमुख को निशाना बनाकर बम की धमकी जारी करने के आरोप में दो व्यक्तियों को गिरफ्तार किया था।
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