सर्पगंधा एक ऐसी आयुर्वेदिक जड़ी है जो इंसान को सर्प के काटने के बाद भी बचा सकती है. यह एक आयुर्वेदिक तरीका होता है. इससे कई बिमारियों का इलाज भी किया जाता है. इसके उपयोग से इंसान को नींद न आने की समस्या से भी इजाद मिल सकती है. सर्पगंधा का उपयोग कई तरह की दवाओं को बनाने में भी किया जाता है. तो आइये जानते हैं इसके कई इलाजों के बारे में.
कैसे पहचान करें
सर्पगन्धा के पौधे की ऊंचाई 6 इंच से 2 फुट तक होती है. इसकी प्रधान मुख्य जड़ प्राय: 20 से. मी. तक लम्बी होती है. जड़ में कोई शाखा नहीं होती है. सर्पगन्धा की पत्ती एक सरल पत्ती का उदाहरण है. इसका तना मोटी छाल से ढका रहता है. इसके फूल गुलाबी या सफेद रंग के होते हैं.
कैसे उपयोग करें
इसकी जड़ भी बहुत उपयोगी मानी जाती है. जिन लोगों को अनिद्रा की समस्या होती है, उनके लिए तो ये जड़ी वरदान है. यदि इसकी जड़ के चूर्ण का सेवन करना चाहें तो इसकी जड़ को खूब बारीक पीसकर कपड़े से छानकर महीन पावडर बना लें. अनिद्रा दूर कर नींद लाने के लिए इसे 2 ग्राम मात्रा में सोने से घण्टेभर पहले ठण्डे पानी के साथ ले लेना चाहिए.
क्या बरते सावधानी
यही मात्रा मानसिक उत्तेजना व उन्माद को शान्त करने के लिए सेवन योग्य है. इसका अधिक मात्रा में सेवन नहीं करना चाहिए और बहुत कमजोर शरीर वाले व्यक्ति को भी इसका सेवन किसी वैद्य से परामर्श करके ही करना चाहिए.