संभल: उत्तर प्रदेश के संभल जिले से एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है यहाँ कलेक्टर साहब स्कूल का निरीक्षण करने पहुंचे तो देखा टीचर बड़ी फुरसत में अपने काम को ताक पर रखकर मोबाइल में कैंडी क्रश गेम खेल रहे थे. अध्यापक को गेम खेलता देख कलेक्टर साहब से जब उनके मोबाइल की हिस्ट्री चेक की तो आंकड़े चौंकाने वाले थे. आंकड़ों के मुताबिक, गुरुजी 6 घंटे की ड्यूटी में अधिक वक़्त तो फोन पर ही बिताते पाए गए. ढाई घंटे का वक़्त गुरुजी फेसबुक, इंस्टाग्राम, यूट्यूब को चलाने में बिताते हैं. इसके अतिरिक्त बाकी के समय में वो गेम खेलते हैं. जब इन सब से वक़्त मिलता है तो बच्चों को पढ़ा भी दिया करते हैं.
कलेक्टर साहब ने डिजिटल माध्यम में चेक किया तो टीचर स्कूल आकर क्या और कितनी देर करते हैं, इसकी पोल तो खुल गई. कलेक्टर साहब ने स्कूल के और टीचरों के काम की रिपोर्ट को देखकर उन्हें गेम खेलने के लिए खूब सारा वक़्त दे दिया है तथा टीचर को उनकी इन आदतों के लिए सस्पेंड कर दिया. गेम खेलने वाले शिक्षक का नाम है प्रेम गोयल वो शरीफपुर गांव के उच्च प्राथमिक विद्यालय में बच्चों को पढ़ाते हैं. कलेक्टर साहब की चेकिंग में छह घंटे की ड्यूटी के चलते तीन घंटे मोबाइल का उपयोग करते पाए गए हैं, जिसमें 1.17 घंटे कैंडी क्रश गेम खेला. कलेक्टर राजेंद्र पैन्सिया के आदेश पर बेसिक शिक्षा अफसर ने फिलहाल टीचर को सस्पेंड कर दिया है.
वही जब कलेक्टर साहब ने स्कूल के और दूसरे टीचरों की कामों का निरीक्षण किया तो उनके द्वारा चेक की गई कॉपियों में गलतियों की भरमार निकली. निरीक्षण के चलते उन्होंने बच्चों को दिया जाने वाला होमवर्क जांचा. इसमें एक शिक्षक की कॉपी के एक पेज में नौ गलतियां, दूसरे शिक्षक की कॉपी के पेज में 23, तीसरे शिक्षक की कॉपी के पन्नों पर 11 गलतियां निकलीं. संभल के इस स्कूल की दशा देखकर कलेक्टर साहब ने कहा कि विद्यालय की स्थिति बेहद खराब है. उन्होंने कहा कि तत्काल प्रभाव से इसमें सुधार किया जाना चाहिए. नाराजगी जताते हुए उन्होंने कहा कि अगर सुधार नहीं हुआ तो कार्रवाई की जाएगी. जिलाधिकारी ने कहा कि जब स्कूल के बच्चे प्रथम स्तंभ होते हैं यदि आज गलती स्कूल के टीचर ही करेंगे तो देश के स्कूल में सुधार कैसे होगा?
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