नई दिल्ली : पाकिस्तान आतंक का सरपरस्त रहा है और उसके इरादे साफ है कि आगे भी वो अपनी इस हरकत से बाज नहीं आने वाला है. आतंकी संगठनों को पालना उन्हें पोषण देना और पनाहगाह के रूप में उनके लिए महफूज़ ठिकानों का बंदोबस्त करना पाकिस्तान अपनी जिंम्मेदारी समझता है. इसका एक और सबूत पेश करते हुए जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर सुजवां में आर्मी कैम्पं पर हमला करने वाले आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मौलाना मसूद अजहर को बचाने में पाकिस्तान अपना पूरा जोर लगा रहा है.
मसूद को पाक सेना और सरकार की ओर से खुली शय मिली हुई है. गौरतलब है कि आर्मी कैंप पर हुए आतंकी हमले की जवाबी कारवाही रविवार को ख़त्म हुई. जिसमे हमले में शामिल तीन आतंकियों को ढेर करने के बाद पूरे आर्मी कैंप का सेनेटाइजेशन का काम अभी जारी है, जो 12 फरवरी तक पूरा होगा.
सूत्रों की अनुसार आतंकी इलाके में 10 महीनों से सक्रीय थे. मारे गए आतंकियों के पास से आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के झंडे मिले थे और अन्य गोला बारूद और सामान भी सेना ने बरामद किया है. इस साल के शुरू से ही पाकिस्तान सीमा पर से अपनी आतंकी गतिविधिया बदस्तूर चला रहा है जिसके चलते पाक के खिलाफ अब सख्त कदम उठाये जाने की मांगें देश में बढ़ रही है.
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सेना के हाथ लगा आतंकियों के खिलाफ बड़ा सबूत