मध्य प्रदेश के कई जिलों में कोरोना का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है. वहीं, कोरोना वायरस का हॉट-स्पॉट बने इंदौर में इस संक्रमण के फैलने के कारणों की तलाश इंटेलीजेंस ब्यूरो (आईबी) द्वारा की जा रही है. आईबी अधिकारियों का दल कोरोना पॉजिटिव मरीजों के कांटेक्ट को ट्रेस कर उसकी हिस्ट्री तलाशने में लगे है. इसके लिए आईबी की टीम ने एसजीआईटीएस स्थित कंट्रोल रूम पहुंचकर दस्तावेज लिए. उधर गुरुवार रात आई रिपोर्ट में 28 मरीजों में कोरोनावायरस की पुष्टि हुई जिससे शहर में इस बीमारी से पीड़ित मरीजों की संख्या बढ़कर 1727 हो गई है.
दरअसल शहर में कोरोना वायरस के साइलेंट कैरियर बने मरीजों की तलाश आईबी द्वारा की जा रही है. इस बीमारी के मरीजों की कांटेक्ट हिस्ट्री की ट्रेसिंग कर साइलेंट कैरियर तक पहुंचने का प्रयास किया जा रहा है. इंदौर में 24 मार्च को पहला कोरोना पॉजिटिव मरीज मिलने के बाद वर्तमान में इनकी संख्या बढ़कर 1727 हो गई है. इस बीमारी से प्रभावित लोगों में लगभग 70 फीसदी लोग एक विशेष क्षेत्र के हैं. आईबी की टीम द्वारा एसजीआईटीएस स्थित कंट्रोल रूम पहुंचकर दस्तावेज लिए. टीम द्वारा विदेशों जैसे अमरीका, फ्रांस, सऊदी अरब व चीन से इंदौर आए लोगों की जानकारी लेने के साथ ही, दिल्ली-मुंबई से आए लोगों की जानकारी भी ली गई है.
बता दें की इंदौर में अब तक 11337 सैंपलों की कोरोनावायरस जांच हो चुकी है जिसमें से 1727 सैंपल पॉजिटिव मिले है. 86 मरीजों की इस बीमारी से मौत हो गई है. वहीं अब तक इस बीमारी से 663 मरीज पूरी तरह से स्वस्थ हो गए है. वर्तमान में 978 कोरोना पॉजिटिव मरीजों का उपचार शहर के अस्पतालों में किया जा राह है. वहीं 1854 लोगों को संस्थागत क्वारेंटाइन से स्वस्थ होने के बाद घर भेजा जा चुका है.
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