नई दिल्ली. रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) ने इन्टरसेप्टर मिसाइल का सफल परीक्षण किया है, जिसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को रक्षा वैज्ञानिकों कि सराहना के साथ पुरे देश के लिए गर्व का पल बताया. डीआरडीओ का सफल परिक्षण बुधवार को ओडिशा के अब्दुल कलाम द्वीप से किया गया है.
प्रधान मंत्री मोदी ने इस अवसर में सभी को संबोधित कर कहा, बैलिस्टिक मिसाइल रक्षा क्षमता के सफल प्रदर्शन के लिए हमारे रक्षा वैज्ञानिकों को ढेंर सारी बधाई. देश अब इस तरह की क्षमता के साथ पांच देशों के चुनिंदा समूह में शामिल हो गया है, यह सफल परिक्षण पूरे देश के लिए एक गर्व की बात है. बता दे कि इंटरसेप्टर 7.5 मीटर लंबा मजबूत रॉकेट है जो नौवहन प्रणाली, हाईटेक कंप्यूटर और इलेक्ट्रो-मैनिकल एक्टिवेटर की मदद से गाइडेड मिसाइल से संचालित होता है.
एक स्वचालित अभियान के तहत रडार आधारित प्रणाली ने शत्रु की बैलिस्टिक मिसाइल की पहचान की जाती है. आंकड़ों की मदद से कंप्यूटर नेटवर्क आ रही बैलिस्टिक मिसाइल का रास्ते की जानकरी निकल लेता है, कंप्यूटर सिस्टम से जरूरी निर्देश मिलते ही इंटरसेप्टर को लक्ष्य भेदने के निर्देश दे दिए जाते है. बता दे की बीते दिनों बैंगलोर में भारत ने 104 सेटेलाइट एक साथ लांच रिकॉर्ड कायम किया है.
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