नई दिल्ली : कर्मचारी भविष्य निधि संगठन नौकरीपेशा कर्मचारियों को नए साल में एक और खुशखबरी दे सकता है। वो यह है कि ईपीएफ पर मिलने वाली 8.55 प्रतिशत की ब्याज में बढ़ोतरी की जा सकती है। इससे संगठित क्षेत्र में काम करने वाले करोड़ों लोगों को फायदा होगा। सूत्रों की माने तो अभी ईपीएफओ की सालाना अंदरूनी समीक्षा अभी समाप्त नहीं हुई है लेकिन इस बात की संभावना जताई जा रही है कि ईपीएफ की ब्याज दरों में इजाफे की पूरी संभावना है।
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ब्याज दरों में बढ़ोतरी होगी
अधिकारियों से मिली जानकारी के मुताबिक इस बात की संभावना ज्यादा है कि ईपीएफ की ब्याज दरों में बढ़ोतरी होगी। बेकार से बेकार परिस्थिति में भी वर्तमान ब्याज दरें बरकरार रखी जाएंगी। बता दें कि महंगाई दर घटने की वजह से सैलरीड कर्मचारियों को ईपीएफ पर मिलने वाला वास्तविक ब्याज बढ़ा है। यदि गत वर्ष में पीपीएफ और एनएससी से मिलने वाले औसत रिटर्न पर निगाह डालेंगे तो यह लगभग 7.7 प्रतिशत रहा है। तो वहीं ईपीएफ में जमा राशि पर 8.55 प्रतिशत ब्याज मिला है।
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सूत्रों से मिली जानकारी मुताबिक ईपीएफओ के सदस्य ने आश्वस्त किया है कि ईपीएफ की ब्याज दरों में कटौती संभावना काफी कम है। इस पर उन्होंने ने कहा कि प्रयास इस बात का होगा कि सब्सक्राइबर्स को मिलने वाला रिर्टन बढ़ाया जाए।
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