प्रतिवर्ष 15 अगस्त का दिन भारत की आजादी दिवस के रूप में मनाया जाता है। 15 अगस्त 1947 को भारत अंग्रेजों की गुलामी से आजाद हुआ था। 15 अगस्त के दिन हर साल देशभर में कई तरह के कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं और इस दिन देश के पीएम लालकिले से तिरंगा फहराते हैं। भारत की आजादी के बाद से ही लालकिले पर तिरंगा फहराया जाने लगा था। भारतीय इतिहास में लालकिले का भी महत्वपूर्ण स्थान है तो आइए जानते हैं आज लालकिले से जुड़ीं कुछ खास बातों के बारे में।
लाल किले से जुड़ीं कुछ ख़ास बातें
- लाल किले से पहली बार तिरंगा आजादी के अगले दिन यानी कि 16 अगस्त 1947 को फहराया गया था।
- 15 अगस्त के दिन से ही तिरंगे को सलामी देने की परंपरा की शुरुआत हो गई थी।
- लाल किले का नाम किला-ए-मुबारक है।
- भारत की पूर्व पीएम रह चुकी इंदिरा गांधी लाल किले से कुल 16 बार तिरंगा फहरा चुकी है।
- पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी ने 6 बार लाल किले से तिरंगा फहराया था और वे पहले ऐसे गैर-कांग्रेस पीएम थे जिन्होंने इतनी बार यह कारनामा किया था ।
- आजादी के बाद पहली बार तिरंगा लाल किले से नहीं फहराया गया था। बल्कि आजादी के बाद पहली बार तिरंगा काउन्सिल हाउस के ऊपर फहराया था, जिसे आज संसद भवन कहा जाता है।
- स्वतंत्रता दिवस पर सबसे अधिक बार तिरंगा फहराने का कारनामा पूर्व पीएम पंडित जवाहरलाल नेहरू ने किया है। 15 अगस्त पर पंडित जवाहरलाल नेहरू ने सबसे अधिक 17 बार तिरंगा फहराया था।
- भारत की आजादी से ठीक एक दिन पूर्व 14 अगस्त 1947 को ही वायसराय हाउस से यूनियन जैक उतार लिया गया था। वायसराय हाउस आज राष्ट्रपति भवन के रूप में जाना जाता है।
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