भारतीय क्रिकेट में एक समय पूर्व कप्तान सौरव गांगुली का दबदबा हुआ करता था। क्रिकेट मैदान छोड़ने के सालों बाद आज भी वे क्रिकेट से जुड़े हुए है। लेकिन आपको यह जानकर हैरान होगी कि उनका पहला प्यार क्रिकेट नहीं बल्कि फुटबॉल था। वे क्रिकेट से अधिक कभी फुटबॉल को पसंद किया करते थे, आइए जानते है सौरव की जिंदगी से जुड़ी ऐसी ही कुछ रोचक जानकारी के बारे में
8 जुलाई 1973 के दिन गांगुली का जन्म पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में हुआ थ। जहां वे आज भी निवास करते हैं। सौरव के माता-पिता उनके काफी करीब रहे हैं और सौरव को उनके माता-पिता 'महाराज कहकर पुकारा करते थे। उनके परिवार से सम्बंधित ख़ास बात यह है कि वे 50 से अधिक सदस्यों वाले संयुक्त परिवार में रहते हैं। उन्हें 'दादा', 'प्रिंस ऑफ़ कोलकाता' और बंगाल टाइगर जैसे नामों से भी दुनिया जानती है।
गांगुली ने क्रिकेट की दुनिया में खूब नाम कमाया। हालांकि वे अपने माता-पिता का एक सपना पूरा नहीं कर सके, उनके माता-पिता उन्हें क्रिकेटर नहीं बल्कि डॉक्टर या इंजीनियर बनते देखना चाहते थे। गांगुली ने वनडे क्रिकेट की दुनिया में वेस्ट इंडीज के खिलाफ 1991 में पदार्पण किया था और इसके 5 साल बाद उन्होंने साल 1996 में इंग्लैंड के खिलाफ लॉर्ड्स में टेस्ट क्रिकेट करियर की शुरुआत की थी। अपने क्रिकेट करियर के दौरान सौरव ने भारतीय टीम की कप्तानी भी की है। दादा ने कुल 49 टेस्ट मैचों के लिए भारत का नेतृव किया था और 21 मैचों में उन्होंने भारतीय टीम को जीत का स्वाद चखाया था. गांगुली ने साथ ही वनडे क्रिकेट में भी 10,000 से अधिक रन दर्ज किए हैं।
पाकिस्तान के इस क्रिकेटर को आकाश चौपड़ा ने दिया मुँह-तोड़ जबाव
बड़े ही अनोखे अंदाज़ में पत्नी ने किया धोनी को विश
सूर्य कुमार यादव की शादी को हुए 4 साल पूरे, पत्नी ने शेयर की तस्वीरें