दुनियाभर में जरूरतमंदो की मदद के लिए रेड क्रॉस की स्थापना की गई थी. बता दे कि रेड क्रॉस की स्थापना को 157 वर्ष हो चुके हैं। इतने वर्षों से ये संस्था लगातार मानवहितों और इंसान की जान बचाने के लिए पूरी दुनिया में काम कर रही है। कोविड-19 के प्रकोप के बीच ये संस्था पूरी दुनिया की विभिन्न स्वास्थ्य एजेंसियों और दूसरी वैश्विक एजेंसियों के साथ मिलकर काम कर रही है.
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आपकी जानकारी के लिए बता दे कि ये संस्था दुनिया के कई देशों में जहां आइसोलेशन वार्ड बनाने में जुटी है तो वहीं इस जानलेवा वायरस से कैसे विश्व को मुक्ति दी जाए इसके शोध में भी अन्य एजेंसियों की मदद कर रही है। विश्व के गरीब देशों में कोरोना संक्रमितों को बचाने और उनके इलाज के लिए बनाए गए अस्थाई अस्पतालों में साफ-सफाई और वहां हाइजीन की समस्या पर भी ये संस्था नजर बनाए हुए है। इसके अलावा गरीब और जरूरतमंद देशों में कोरोना के मरीजों को बचाने के लिए वेंटिलेटर्स समेत दूसरी सुविधाओं को भी मुहैया करवा रही है। इंटरनेशनल कमेटी ऑफ रेड क्रॉस के अध्यक्ष पीटर म्यूरर का कहना है कि इस चुनौती से सभी को मिलकर निपटना होगा तभी इसमें जीत संभव है।
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अगर आपको नही पता तो बता दे किदुनिया के किसी भी कोने में जब भी कोई प्राकृतिक आपदा या कोई बड़ा हादसा पेश हुआ है तो रेड क्रॉस हमेशा से ही राहतकार्य में सबसे आगे रहा है। रेडक्रॉस युद्ध में घायल लोंगों और आकस्मिक दुघर्टनाओं, आपातकाल में मदद करने के अलावा लोगों को स्वास्थ के प्रति जागरूक भी करती है। इसके अलावा यह उन कानूनों को प्रोत्साहित करती है जिससे युद्ध पीड़ितों की सुरक्षा होती है.
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