भारत-नेपाल सीमा को विदेशियों के लिए 15 मार्च से सील कर दिया गया है. लेकिन वर्तमान में सीमा पूरी तरह से सील हो चुकी है. कोरोना वायरस के कारण बीते 15 मार्च को भारत और नेपाल ने अपनी-अपनी सीमा को सील कर दिया था लेकिन नेपाल ने भारतीय और भारत ने नेपाल और भूटान के लोगों को इससे मुक्त रखा था.
मध्यप्रदेश में कोरोना संक्रमण पर लगेगी लगाम, सीएम शिवराज ने बोली ये बात
आपकी जानकारी के लिए बता दे कि इस बीच कोरोना वायरस के कारण स्थिति गंभीर होने के बाद सोमवार को दोनों देश के अधिकारियों की बैठक के बाद सीमा पूरी तरह से सील कर दी गई. नेपाल ने चीन की तरफ से आने वाले मार्गों को भी पूरी तरह से बंद कर दिया है.
अजित जोगी का पीएम मोदी को पत्र, कहा- पूरे देश में लागू की जाए इमरजेंसी
इसके अलावा कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए इससे बचाव के लिए भारत-नेपाल के जनपद स्तरीय अधिकारियों की समन्वय बैठक सोमवार को सिद्धार्थनगर जिले के एसएसबी 43वीं वाहिनी के चौकी ककरहवा के परिसर में हुई.बैठक में दोनों देशों के अधिकारियों ने निर्णय लिया कि सीमाई क्षेत्र में कोरोना से जंग एक साथ मिलकर लड़ा जाएगा. सीमाई क्षेत्र में एसएसबी और एपीएफ के जवान मिलकर पेट्रोलिंग करेंगे और लोगों को कोरोना से बचाव हेतु साफ सफाई पर भी जागरूक करेंगे. नेपाल सीमा क्षेत्र के जनपद रूपनदेही में एक कोरोना पॉजिटिव मरीज मिलने के बाद यह कदम उठाए गया है.
कोरोना से मात्र दो हफ्ते ही लड़ पाएगा न्यूयॉर्क ? मेयर ने बताई खौफनाक स्थिति
डोनाल्ड ट्रम्प का दावा, 'कोरोना से लड़ने में वरदान साबित हो सकती है ये मेडिसिन'