नई दिल्ली: कारोबारी माहौल को बेहतर करने और निवेश को बढ़ावा देने की ठोस कोशिशों से भारत को निवेश आकर्षित करने में सहायता मिली है, किन्तु ये उपाय पर्याप्त नहीं हैं. अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) ने यह राय जाहिर की है. इसके साथ ही IMF ने कहा है कि निवेश आकर्षित करने के लिए भारत को अभी और आर्थिक सुधार किए जाने की आवश्यकता है.
IMF के मुख्य प्रवक्ता गेरी राइस ने कहा कि भारत को और अधिक आर्थिक सुधार किए जाने की आवश्यकता है. उन्होंने कहा कि, ‘‘भारत को श्रम, भूमि आदि के क्षेत्र में और सुधार करने के साथ ही अतिरिक्त बुनियादी ढांचा जोड़ने की आवश्यकता है. हमारे विचार में इन सुधारों के माध्यम से भारत अधिक निवेश आकर्षित कर पाएगा और समावेशी वृद्धि के मार्ग पर तेजी से आगे बढ़ सकेगा.’’ हालांकि, राइस ने ये भी कहा कि भारत ने हाल के सालों में निवेश आकर्षित करने के लिए अच्छी कोशिशें की हैं. उन्होंने कहा कि कारोबारी वातावरण में सुधार किया गया है और व्यापार में निवेश आकर्षित करने के लिए बेहतरीन उपाय किए गए हैं. इनसे निवेश आकर्षित करने में सहायता मिली है.
उन्होंने कहा है कि भारत ने दिवाला संहिता, माल एवं सेवा कर जैसे कई अहम सुधार किए हैं. इससे वर्ल्ड बैंक की कारोबार सुगमता रैकिंग में भारत की स्थिति में सुधार हुआ है. 2020 में भारत कारोबार सुगमता रैंकिंग में 63वें पायदान पर पहुँच गया है, जबकि 2018 में वह 100वें स्थान पर था. यह सराहनीय सुधार है.
निर्मला सीतारमण बोलीं- प्रत्यक्ष कर कानून को सरल बनाने की कोशिश में सरकार
2238 रुपये महंगा हुआ सोना, चांदी ने लगाई बड़ी छलांग
प्रणब मुखर्जी बोले- 'देश में सुधारों के लिए नरसिम्हा राव ने दिया था...'