इस्लामाबाद: पाकिस्तान दिवालिया होने के कगार पर पहुँच चुका है, मगर अब भी वो अपने बड़बोलेपन और ओछी हरकतों से बाज आने का नाम नहीं ले रहा है. अपनी डूबती नैया बचाने के लिए वो जिस अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) की तरफ हाथ फैलाए खड़ा है, उसी के साथ पाकिस्तान ने राजनीति करनी चालु कर दी है.
In a phone call with Managing Director of the IMF yesterday, I told her about the government's resolve to complete the terms of IMF's program. I also explained Pakistan's economic difficulties especially after the devastating floods. IMF delegation will come to Pakistan soon.
— Shehbaz Sharif (@CMShehbaz) January 7, 2023
दरअसल, पाकिस्तानी पीएम शाहबाज़ शरीफ ने हाल ही में कहा था कि IMF चीफ क्रिस्टलिना जॉर्जीवा ने उन्हें फोन कर उनसे आर्थिक स्थिति पर चर्चा की. मगर, अब IMF की ओर से कहा गया है कि पाकिस्तान का ये दावा सरासर झूठ है, बल्कि खुद प्रधानमंत्री शाहबाज़ शरीफ ने IMF प्रमुख से फोन पर बातचीत करने की गुहार लगाई थी. पाकिस्तानी अखबार द एक्सप्रेस ट्रिब्यून की एक रिपोर्ट के अनुसार, IMF ने रविवार (8 जनवरी) को कहा कि क्रिस्टलिना जॉर्जीवा और पीएम शहबाज शरीफ के बीच कॉल पर बातचीत पीएम के आग्रह पर हुई है.
IMF के रेजिडेंट प्रतिनिधि एस्तेर पेरेज ने इस मुद्दे पर कहा कि, 'फोन पर ये बातचीत पाकिस्तान की खराब स्थिति पर होने वाले जेनेवा अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन पर बातचीत के लिए हुई. कॉल का अनुरोध पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ने किया था.' बता दें कि, शुक्रवार को हजारा इलेक्ट्रिक सप्लाई कंपनी (HAZECO) के उद्घाटन समारोह में प्रधानमंत्री शरीफ ने अपने भाषण के दौरान दावा करते हुए कहा था कि IMF प्रमुख ने उनसे संपर्क किया था. इसके बाद पीएम कार्यालय की ओर से जारी एक आधिकारिक बयान में कहा गया कि, 'IMF प्रमुख ने पीएम शहबाज शरीफ को कॉल किया था. लेकिन, IMF कि तरफ से दिए गए जवाब के बाद पाकिस्तान की एक बार फिर इंटरनेशनल बेइज्जती हो गई.
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