नई दिल्ली: भारत सरकार ने येल (Yale University), ऑक्सफोर्ड (Oxford University) और स्टैनफोर्ड (Stanford University) जैसी प्रमुख विदेशी यूनिवर्सिटीज के कैंपस को देश में स्थापित करने को लेकर एक अहम फैसला लिया है। दरअसल, विदेशी विश्वविद्यालयों के लिए भारत में कैंपस स्थापित करने की दिशा में अहम कदम उठाते हुए विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) ने एक मसौदा नियमन जारी किया है।
इसमें विदेशी यूनिवर्सिटीज को भारत में अपने परिसर स्थापित करने के लिए UGC से स्वीकृति लेनी होगी, वहीं दाखिला प्रक्रिया तथा शुल्क ढांचा तय करने की रियायत होगी। पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार भारतीय छात्रों को सस्ती कीमत पर विदेशी शिक्षा दिलाने के लिए ये कदम उठा रही है। साथ ही भारत को एक आकर्षक वैश्विक अध्ययन गंतव्य बनाने के लिए देश के अत्यधिक विनियमित शिक्षा क्षेत्र में बदलाव पर जोर दे रही है। इस कदम से विदेशी संस्थानों को देश की युवा आबादी को मजबूत बनाने में भी सहायता मिलेगी।
बता दें कि, भले ही भारत की यूनिवर्सिटीज और कॉलेजों ने माइक्रोसॉफ्ट से लेकर अल्फाबेट (Google) जैसी दिग्गज कंपनियों के CEO दिए हैं, मगर इस मामले में भारत की वैश्विक रैंकिंग बेहद खराब है। देश को ज्यादा प्रतिस्पर्धी बनाने और कॉलेज पाठ्यक्रम और बाजार की मांग के बीच बढ़ती खाई को पाटने के लिए अपने शिक्षा क्षेत्र को बढ़ावा देने की जरूरत है। भारत वर्तमान में 2022 के वैश्विक प्रतिभा प्रतिस्पर्धात्मकता सूचकांक में 133 देशों में 101वें पायदान पर है। बता दें कि, यह सूचकांक किसी देश की प्रतिभा को विकसित करने, आकर्षित करने और बनाए रखने की क्षमता का आंकलन करता है।
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