पीएम मोदी की पहल पर ही दुनिया के करीब 175 देश योग की राह पर चल पड़े हैं. योग का संदेश देने वाले मोदी आज दुनिया के लिए योग गुरु बन चुके हैं. आपको बता दें कि 2015 में पहली बार दुनिया ने योग किया था. पीएम मोदी खुद दिल्ली के इंडिया गेट पर योग की मुद्राएं करते हुए दिखे थे. 21 जून को फिर से विश्व योग दिवस की तारीख नजदीक आ रही है. यूएन के सदस्य देशों में न जाने क्या तैयारी हो रही होगी लेकिन पीएम मोदी और उनकी सरकार योग दिवस को लेकर अभी से जबर्दस्त एक्शन में है
गौरतलब है कि 21 जून, 2015 को पहला अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया गया था. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में 35 हजार से अधिक लोगों और 84 देशों के प्रतिनिधियों ने दिल्ली के राजपथ पर योग के 21 आसन किए थे. इसके साथ ही पूरे विश्व में अलग-अलग स्थानों पर भी योग दिवस बड़ी शांति और जोश से मनाया गया था.
दूसरा योग दिवस 21 जून, 2016 को चंडीगढ़ में मनाया गया था. इस कार्यक्रम में भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सैकड़ों लोगों ने योग के आसन किए थे.
2017 में तीसरे अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में लखनऊ में बड़े कार्यक्रम का आयोजन किया गया था. इसमें करीब 51 हजार लोगों ने हिस्सा लिया था. साथ ही चीन, अमेरिका, ब्रिटेन समेत कई देशों में योग दिवस को मनाया गया था.
अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस : पूर्व-वैदिक काल से शुरू हुआ था योग
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मानव के जीवन में यह है अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस का महत्व