नई दिल्ली. जम्मू कश्मीर में आतंकियों से मुठभेड़ के मामले में सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने आमजन को चेतावनी दी है. बताया जा रहा है की आतंकवादियो से मुठभेड़ के दौरान जनता के किये गए पथराव से सेना प्रमुख नाराज है.
बुधवार को सेना प्रमुख ने कहा है की मुठभेड़ के दौरान सेना के ऑपरेशन में बाधा पहुचाने वाले को आतंकवादी के रूप में देखा जाएगा. मुठभेड़ के दौरान सेना के साथ सहयोगी रूप न अपनाने वाले को आतंकवादियो का जमीनी कार्यकर्ता माना जाएगा. इतना ही नहीं सेना प्रमुख ने यह भी कहा की स्थानीय जनता आतंकवाद को बढ़ावा देना चाहती है और जो आईएसआई के झंडे लहरा रहे है उनको देशद्रोही माना जाएगा और इस अपराध के लिए उन्हें बख्शा नहीं जाएगा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सेना प्रमुख ने मुठभेड़ में शहीद हुए जवानों को श्रद्धांजलि दी है. मंगलवार को कश्मीर में दो पृथक जगहों पर आतंकवादियो के साथ मुठभेड़ में एक मेजर सहित ३ सेना जवान शहीद हो गए.
जब कुपवाड़ा में आतंकवादियो और सुरक्षाबलों के बीच मुठभेड़ हुई तब उस इलाके को खाली करा दिया गया था. किन्तु छिपे हुए आतंकवादियो ने सेना पर फायरिंग शुरू कर दी जिससे की सेना के 3 जवान शहीद और 10 जवान घायल हो गए.