कोलकाता: भाजपा ने पश्चिम बंगाल में विरोध प्रदर्शन के दौरान उसके कार्यकर्ताओं पर हुए हमलों के मामले की जांच के लिए गुरुवार (15 सितम्बर) को पांच सदस्यीय समिति गठित की है और राज्य सरकार से दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। इस समिति में चार सांसद भी शामिल हैं। पार्टी ने एक बयान में कहा है कि उत्तर प्रदेश के पूर्व DGP बृजलाल और समीर उरांव, लोकसभा सदस्य राज्यवर्धन सिंह राठौर और अपराजिता सारंगी तथा पंजाब से भाजपा नेता सुनील जाखड़ इस जांच समिति के सदस्य हैं।
वहीं, दूसरी तरफ, बंगाल भाजपा इकाई के अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने नबान्न अभियान के दौरान पुलिस कार्रवाई के खिलाफ आज (शुक्रवार को) ब्लॉक स्तर पर प्रदर्शन करने की घोषणा की है। भाजपा ने पश्चिम बंगाल सरकार पर कोलकाता में पार्टी के विरोध मार्च के दौरान उसके सदस्यों पर पुलिस पर अत्याचार कराने का इल्जाम लगाया है। इस मुद्दे पर भाजपा और TMC दोनों आमने-सामने हैं। वहीं, दूसरी तरफ, भाजपा की पश्चिम बंगाल इकाई के पूर्व अध्यक्ष दिलीप घोष ने गुरुवार को TMC के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी पर निशाना साधा है।
दिलीप घोष ने कहा है कि अभिषेक बनर्जी को यह बताना चाहिए कि क्या वह बंदूक लेकर चलते हैं। पिछले मंगलवार को भाजपा के सचिवालय अभियान के दौरान कोलकाता पुलिस के ACP रैंक के एक अधिकारी को भाजपा कार्यकर्ताओं ने बर्बर तरीके से पीटा था, जिन्हें देखने के लिए बुधवार शाम सीएम ममता बनर्जी के भतीजे और डायमंड हार्बर से सांसद अभिषेक बनर्जी SSKM अस्पताल गए थे। वहां उन्होंने कहा था कि यदि ऑफिसर के स्थान पर मैं होता तो भाजपा कार्यकर्ताओं के मस्तक के बीचो-बीच गोली मारता।
अब पत्रकार को मिली 'सर तन से जुदा' की धमकी, कट्टरपंथियों का लगातार निशाना बन रहे 'हिन्दू'
19 सितंबर को भाजपा का दामन थामेंगे कैप्टन अमरिंदर, बेटा-बेटी भी होंगे शामिल
भारत की 6 लाख एकड़ जमीन का मालिक है Waqf Board ! अब हिन्दुओं के 18 गाँवों पर हुआ कब्जा