नई दिल्ली: संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) ने शुक्रवार को कहा कि इन्साफ सुनिश्चित करने के लिए लखीमपुर खीरी घटना की जांच की निगरानी सीधे शीर्ष अदालत द्वारा की जानी चाहिए. SKM ने अपने बयान में इल्जाम लगाया है कि उत्तर प्रदेश सरकार जांच के प्रमुख अधिकारियों का ट्रांसफर करके जांच को प्रभावित करने का प्रयास कर रही है, जिससे जांच धीमी प्रगति के साथ लंबी हो रही है.
SKM ने एक आधिकारिक बयान में कहा है कि, ‘हम फिर से अपनी मांग दोहराते हैं कि लखीमपुर खीरी में हुई किसान हत्याकांड की जांच की निगरानी शीर्ष अदालत को करनी चाहिए ताकि न्याय सुनिश्चित हो सके.’ उत्तर प्रदेश में अधिकारियों के तबादले को लेकर SKM ने उम्मीद जताई कि शीर्ष अदालत इन तबादलों पर गौर अवश्य करेगी और राज्य सरकार से सवाल करेगी कि आखिर क्यों अधिकारियों का तबादला किया जा रहा है. SKM ने बयान में आगे कहा कि, ‘आरोपी आशीष मिश्रा के ‘VIP ट्रीटमेंट’ के संबंध में रिपोर्ट आना जारी है. SKM एक बार फिर से इस मामले में इंसाफ सुनिश्चित करने के लिए पूरी जांच की निगरानी सीधे सर्वोच्च न्यायालय से करने की मांग करता है.’
बता दें कि लखीमपुर खीरी में हुई किसान की हत्या का आरोप केंद्रीय राज्य मंत्री अजय मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा पर लगाया गया है. दिल्ली पुलिस बुधवार से ही दिल्ली सीमा पर लगे बैरिकेड्स हटाने के लिए कोशिश कर रही है. SKM ने कहा कि, ‘यह तो सभी जानते हैं कि पुलिस ने प्रदर्शन के दौरान ऐसा रवैया दिखाया था जैसे कि प्रदर्शनकारी भारत के शत्रु हैं और देश की सुरक्षा के लिए सबसे बड़ा खतरा हैं. पुलिस ने सीमेंट बोल्डर, मेटल के बैरिकेड्स की कई परतें चढ़ाकर आंदोलन स्थलों की किलेबंदी कर दी थी. सड़कों पर ट्रकें लगा दी थीं. कीलों की कई परतें लगाई थीं.’
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