तेहरान: ईरान के पूर्व कम्युनिकेशन मंत्री और सांसद रेजा टैगिपुर ने ईरान में आईफोन विस्फोट की आशंका जताई है, यह चेतावनी लेबनान में हाल ही में पेजर और वॉकी-टॉकी में हुए विस्फोटों के बाद दी गई है। इन घटनाओं में ईरानी राजदूत समेत कई रिवॉल्यूशनरी गार्ड जवान घायल हुए थे। इसके अलावा, लेबनान में हिज्बुल्लाह के प्रमुख की हत्या के बाद इस क्षेत्र में तनाव बढ़ गया है। माना जा रहा है कि इजरायल अब वेस्ट एशिया के बड़े हिस्से में अपनी रणनीति लागू करने की कोशिश कर रहा है, जिससे ईरान को सबसे बड़ा नुकसान हो सकता है।
ईरान वर्षों से वेस्ट एशिया में अपने सहयोगियों को स्थापित करने में इन्वेस्ट करता आ रहा है, लेकिन हालिया घटनाओं ने ईरान की स्थिति को कमजोर कर दिया है। इजरायली सेना ने पहले गाजा में हमास को खत्म करने का दावा किया था और अब लेबनान में हिज्बुल्लाह को भी निशाना बनाया जा रहा है। हिज्बुल्लाह के नेता हसन नसरल्लाह के मारे जाने के बाद ईरान के सुप्रीम लीडर को सुरक्षित स्थान पर ले जाने की खबरें भी सामने आई थीं। इन घटनाओं के बीच, ईरान के पूर्व राष्ट्रपति महमूद अहमदीनेजाद ने खुलासा किया कि ईरान की सीक्रेट सर्विस के प्रमुख ने इजरायल के लिए जासूसी की थी। उन्होंने बताया कि सीक्रेट सर्विस के भीतर कई इजरायली जासूस थे, जिन्होंने न सिर्फ ईरान के परमाणु कार्यक्रम की जानकारी दी, बल्कि 2018 में ईरानी परमाणु दस्तावेजों की चोरी और वैज्ञानिकों की हत्या में भी शामिल थे।
अहमदीनेजाद के अनुसार, इजरायल के जासूसों का यह नेटवर्क काफी बड़ा था और इससे ईरान की सुरक्षा को गंभीर खतरा है। यह जानकारी तब सामने आई है, जब यह दावा किया जा रहा है कि एक ईरानी जासूस ने इजरायल को हिज्बुल्लाह के नेता हसन नसरल्लाह के ठिकाने की जानकारी दी, जिसके बाद हवाई हमले में उन्हें मारा गया। इन खुलासों ने ईरान की गुप्त सेवाओं की विश्वसनीयता पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
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