ईरान ने पाकिस्तान के अंदर घुस कर एक आतंकी समूह पर अटैक किया है। यह हमला 16-17 जनवरी, 2024 की रात को ईरान ने बलूचिस्तान के एक क्षेत्र में किया। ईरान ने पाकिस्तान के अंदर यह हमला जैश-अल-अदल नाम के एक इस्लामी आतंकी समूह के ठिकानों को निशाना बनाने के लिए किया। ईरान की अर्ध सरकारी न्यूज एजेंसी तस्नीम ने इस हमले की खबर दी है। तस्नीम ने बताया है कि ईरानी सेना ने ड्रोन एवं मिसाइल हमले के माध्यम से बलूचिस्तान प्रांत में कोह-सब्ज क्षेत्र में यह हमला किया जिसमें जैश-अल- अदल के आतंकी ठिकाने नष्ट किए गए।
ईरान ने बताया कि बलूचिस्तान का यह इलाका दहशतगर्दो के लिए पनाहगाह का काम कर रहा है। पाकिस्तानी मीडिया ने स्थानीय सूत्रों के हवाले से बताया है कि ईरान का यह हमला बलूचिस्तान के भीतर एक मस्जिद पर हुआ। ईरान ने अभी इस हमले में मारे गए लोगों के विषय में कोई खबर नहीं दी है। वहीं ईरान ने बताया कि जैश-अल-अदल इस्लामी आतंकी समूह ने दिसम्बर, 2023 में ईरान के हिस्से में पड़ने वाले बलूचिस्तान प्रांत में एक पुलिस थाने पर हमला किया था। इस हमले में 11 पुलिसकर्मी मारे गए थे। पाकिस्तान के अंदर किया गया हमला इसी के पश्चात् सामने आया है।
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— Spokesperson ???????? MoFA (@ForeignOfficePk) January 16, 2024
Pakistan’s Strong Condemnation of the Unprovoked Violation of its Air Space
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पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय ने ईरान के इस कृत्य पर विरोध व्यक्त किया है। पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने इस सिलसिले में एक बयान जारी किया है। पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने कहा, “पाकिस्तान ईरान द्वारा उसके हवाई क्षेत्र के उल्लंघन की कड़ी निंदा करता है, इस हमले में दो बच्चों की मौत हुई है जबकि तीन बाच्चियाँ घायल हुई हैं।” आगे पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने लिखा, “पाकिस्तान की संप्रभुता का उल्लंघन अस्वीकार्य है तथा इसके बुरे अंजाम हो सकते हैं। यह सबसे ज्यादा चिंता की बात है कि ईरान ने यह तब किया है जब पाकिस्तान एवं उसके बीच बातचीत के कई चैनल मौजूद हैं।”
पाकिस्तान ने इस मामले में ईरान से अपना विरोध दर्ज करवाया है। उसने ईरान के राजदूत को भी विदेश मंत्रालय तलब किया है। पाकिस्तान ने बताया कि इस क्षेत्र में आतंकवादी घटनाएँ सबके लिए खतरा हैं। इसका जो भी अंजाम होगा उसके लिए ईरान जिम्मेदार होगा। जिस आतंकी समूह जैश-अल-अदल को ईरान ने निशाना बनाया है, उसने बताया कि ईरान ने 6 ड्रोन के जरिए यह हमला किया। यह आतंकी समूह ईरान के सिस्तान एवं बलूचिस्तान प्रांत की स्वतंत्रता के लिए लड़ने का दावा करता है। यह सुन्नी इस्लामी आंतकी समूह है जबकि ईरान शिया बहुल राष्ट्र है।
2012 में बनाया गया यह आतंकी समूह जब तब ईरान के अंदर हमला करता है। इसका निशाना ईरान के वह शहर होते हैं जिनकी सीमा पाकिस्तान से लगती है। वह यहाँ सुरक्षा बलों पर हमला करके पाकिस्तान भाग जाते हैं। पाकिस्तान तथा ईरान के बीच सीमा कई स्थानों पर हुई है, इससे तस्करी और आतंकियों का प्रसार होता रहता है। गौरतलब है कि पाकिस्तान पर ईरान ने यह हमला ऐसे वक़्त में किया है जब भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ईरान के दौरे पर गए हुए थे। जयशंकर ने 15 जनवरी, 2024 को ईरान के राष्ट्रपति इब्राहीम रईसी से मिले तथा 16 जनवरी की देर रात ईरान ने पाकिस्तान में घुस कर हमला कर दिया।
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