तेहरान: ईरान की राजधानी तेहरान की एक जेल में भीषण आग लगने की वजह से 8 कैदियों की जलकर दर्दनाक मौत हो गई है, जबकि 61 कैदी गंभीर रूप से झुलस गए हैं। यह आग तेहरान की कुख्यात एविन जेल में शनिवार (15 अक्टूबर) को लगी। इस जेल में खासतौर पर सियासी कैदियों और सरकार विरोधियों को कैद रखा जाता है। ईरान सरकार ने जेल में लगी आग पर सफाई देते हुए कहा कि शनिवार को कैदियों के बीच झड़प के बाद यह आग भड़की थी।
a lot of innocent people (political prisoners) held in iran’s evin prison. now on fire, with gunshots heard. pic.twitter.com/5Gpslox0I3
— ian bremmer (@ianbremmer) October 15, 2022
हालांकि, मानवाधिकार समूहों ने सरकार की इस सफाई को सिरे से ख़ारिज कर दिया है। उनका कहना है कि उन्हें सरकार के इस बयान पर संदेह है और मृतकों की संख्या इससे काफी अधिक हो सकती है। ईरान सरकार ने जेल में लगी आग का कारण बताते हुए कहा था कि शनिवार को जेल में कैदियों के बीच आपस में झड़प हुई थी, जिसके बाद कुछ कैदियों ने जेल के अंदर एक वर्कशॉप में आग लगा दी। चश्मदीदों का कहना है कि उन्होंने जेल परिसर के अंदर से गोलियां चलने की आवाज सुनाई दी थी।
वहीं, ईरान की न्यायपालिका का कहना है कि आग में एविन जेल के 4 कैदी गंभीर रूप से झुलस गए थे, जिन्होंने अस्पताल में दम तोड़ दिया। ईरान के न्यायपालिका प्रमुख गोलामहुसैन मोहसेनी इजेई ने बताया है कि यह आग दुश्मनों से जुड़े कुछ शरारती तत्वों ने आग लगाई है।
ईरान सरकार पहले भी छिपाती रही है तथ्य:-
ऑस्लो के ईरान ह्यूमन राइट्स (IHR) ने तथ्य छिपाने के ईरान सरकार के लंबे इतिहास का हवाला देते हुए आग लगने के कारणों को खारिज कर दिया है। समूह ने कहा कि एविन जेल में लगी आग में मृतक कैदियों की तादाद आधिकारिक आंकड़ें से ज्यादा हो सकती है। मानवाधिकार कार्यकर्ताओं का कहना है कि भ्रम की स्थिति उस वक़्त उत्पन्न हुई, जब सरकारी टेलीविजन ने रविवार को घोषणा की है कि जेल में लगी आग से 40 लोगों की जान गई है। लेकिन इसके चंद मिनटों बाद ही इसमें सुधार कर इसकी संख्या चार कर दी गई।
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