इस्राईल की परमाणु गतिविधियों के बारे में पश्चिम की दोहरी नीतियों की कड़ी आलोचना करते हुए परमाणु ऊर्जा की अंतरराष्ट्रीय एजेन्सी में ईरान के प्रतिनिधि ने कहा है कि ज़ायोनी शासन की परमाणु गतिविधियां, क्षेत्रीय राष्ट्रों और विश्व समुदाय के लिए चिंता का विषय बना हुआ हैं. वहीं ईरान ने आईएईए के निदेशक मंडल की बैठक के अंतिम दिन मांग करते हुए कहा कि इस्राइल को परमाणु हथियारों से जुडी किसी भी प्रकार की एटोमिक सहायता नहीं दी जाएगी.
रज़ा नजफी ने कहा कि, 'इस्राईली परमाणु वैज्ञानिक, परमाणु हथियार संपन्न कुछ देशों के परमाणु प्रतिष्ठानों में स्वतंत्रता पूर्वक आवाजाही करते हैं जहां वह बड़ी आसानी से परमाणु हथियारों के संबंध में जानकारी जुटा सकते हैं और यह एेसी दशा में है कि जब एनपीटी के सदस्य देशों के वैज्ञानिकों की इस्राईल के किराए के आतंकवादियों के हाथों हत्या की जाती है.'
इसके अलावा उन्होंने परमाणु ऊर्जा की अंतरराष्ट्रीय एजेन्सी की निगरानी के लिए विश्व समुदाय द्वारा की कई गुजारिशों का जिक्र करते हुए कहा कि, 'खेद की बात है कि ज़ायोनी शासन बरसों से विश्व समुदाय की कानूनी मांग की अनदेखी करते हुए, कुछ देशों के अंधे समर्थन के बल पर अंतरराष्ट्रीय नियमों को रौंद कर अपने सैन्य परमाणु कार्यक्रम को आगे बढ़ा रहा है.' वहीं अरब गुट का प्रतिनिधित्व ने एक बयान मे इस्राईल के परमाणु कार्यक्रम की आलोचना करते हुए कहा है कि सितम्बर में होने वाली आईएईए की बैठक में इस विषय को शामिल किया जाएगा.
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