नई दिल्ली : अमेरिका ने पहले भी ईरान पर प्रतिबंध लगाया था, लेकिन तब भारत ने ईरान से तेल खरीद को पूरी तरह से बंद नहीं किया था। लेकिन इस बार जिस तरह से हालात बन रहे हैं उससे भारत अमेरिकी प्रतिबंध लागू रहने तक या प्रतिबंध से छूट मिलने तक ईरान से तेल खरीद को पूरी तरह से बंद करने का संकेत दे रहा है। सरकारी तेल कंपनियां पहले ही ईरान से तेल खरीद का ऑर्डर देना बंद कर चुकी हैं।
प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले डॉलर में रही तेजी से सोने पर बढ़ा दबाव
ऐसी है फिलहाल स्तिथि
सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार ईरान से जितना तेल खरीदा जा रहा था उसकी भरपाई दूसरे देशों से करने के लिए बातचीत जारी है। अमेरिका ने भारत को आश्वस्त किया है कि उसकी तेल जरूरतों को दूसरे माध्यमों से पूरा करने में वह भी मदद करेगा। अमेरिका खुद भी भारत को ज्यादा क्रूड की आपूर्ति करेगा। भारत ने पिछले वित्त वर्ष (2018-19) में ईरान से 2.4 करोड़ टन क्रूड खरीदा था।
देश के प्रमुख गेहूं उत्पादक राज्यों में पूरी हुई 100 लाख टन की खरीद
इस अमेरिका ने अपनाया सख्त रवैया
जानकारी के मुताबिक नवंबर, 2018 में अमेरिका ने ईरान पर प्रतिबंध लगा दिया था, लेकिन भारत समेत आठ देशों को छह महीने के लिए तेल खरीद को जारी रखने की छूट दी थी। यह इसी सप्ताह गुरुवार से बंद हो गई है। इस महीने के अंत तक देश में जब नई सरकार बन जाएगी, तभी इस बारे में अमेरिका से नए सिरे से बात हो सकेगी कि पहले मिली छूट को आगे भी बनाया रखा जाए। लेकिन जानकारों का मानना है कि इस बार अमेरिकी प्रशासन का रवैया ज्यादा सख्त लग रहा है।
सात माह में 3.20 करोड़ टन तक पहुंचा चीनी उत्पादन
पेट्रोल व डीजल की कीमतों में फिर हुआ इजाफा, जानिए आज की कीमतें