तेहरान: ईरान में जैसे-जैसे कट्टरपंथी सरकार का अत्याचार बढ़ रहा है, वैसे-वैसे वहाँ की महिलाओं एवं लोगों का हिजाब के खिलाफ आंदोलन (Iran Anti-Hijab Protest) भी उग्र होता जा रहा है। हिजाब जलाते-जलाते ईरान के लोग अब वहां के सर्वोच्च नेता और धार्मिक गुरु अयातुल्लाह अली खुमेनाई (Ayatollah Ali Khomeini) की तस्वीर जलाने लगे हैं। ये लोग ‘महिलाओं के अधिकार’ के नारे से आगे बढ़कर अब ‘मुल्ला भाग जाओ’ के नारे लगाने लगी है।
पूरे ईरान में इंटरनेट सेवा बंद करने के बाद भी शनिवार (15 अक्टूबर) को महिलाएँ अपने हिजाब उतारकर राजधानी तेहरान की सड़कों पर उतर आईं। इस दौरान उन्होंने नारे लगाए, “Guns, tanks, fireworks; the mullahs must get lost” यानी बंदूक, टैंक या बम इस्तेमाल करो, मगर मुल्ला (खुमेनाई का इस्लामी शासन) को भागना पड़ेगा। महिलाओं के तेहरान मार्च मार्च का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। वहीं, तेहरान के पश्चिम में हमदान शहर में एक ऐतिहासिक गोल चक्कर के निकट हजारों लोगों ने एकजुट होकर नारेबाजी की और सुरक्षा बलों को देख सीटियाँ बजाई एवं उन पर प्रोजेक्टाइल फेंके।
वहीं, कुर्दिस्तान प्रांत में महसा अमिनी (Mahsa Amini) के गृह नगर साकेज और पश्चिम अजरबैजान के महाबाद में दुकानदारों ने विरोध स्वरुप हड़ताल की। वहीं, खुमेनाई और उनकी सरकार ने अमेरिका और इज़राइल समेत देश के दुश्मनों पर ईरान में विरोध प्रदर्शन को भड़काने का आरोप लगाया है। बता दें कि ईरान की पुलिस हिजाब के वृजद्ध में प्रदर्शन कर रही महिलाओं को पकड़ कर उन्हें मानसिक अस्पतालों में भेज रही है। वहीं, सरकार भी पूरी ताकत से प्रदर्शन को दबाने में लगी हुई है। एमनेस्टी इंटरनेशनल ने अपने हालिया रिपोर्ट में कहा है कि सितंबर मध्य से शुरू हुए इस प्रदर्शन में 3 अक्टूबर तक 144 लोगों की मौत हो गई हैं, जिनमें 23 बच्चे भी शामिल हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि सुरक्षाबल जानबूझकर बच्चों एवं किशोरों का टारगेट किया रहे हैं।
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