नई दिल्ली: देश के मुख्य राजनेताओं में गिने जाने वाले और चारा घोटाला मामले में जेल की सजा काट रहे राजद सुप्रीमो और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव आज आईआरसीटीसी घोटाला मामले में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए दिल्ली के पटियाला हाउस कोर्ट में हाजिर होंगे। जानकारी के अनुसार बता दें कि इस मामले में तेजस्वी यादव और राबड़ी देवी को पहले ही जमानत मिल चुकी है।
सबरीमाला मंदिर विवाद: आरएसएस ने प्रदर्शन करते हुए मुख्यमंत्री का घर घेरा
यहां बता दें कि वर्तमान समय में लालू की तबीयत ठीक नहीं है। उन्हें राजेंद्र इंस्टीच्यूट ऑफ मेडिकल साइंस में भर्ती कराया गया है। वहीं रविवार को रिम्स के डॉक्टरों द्वारा जारी बुलेटिन में कहा गया है कि लालू यादव के पैर में जख्म है। शुगर लेवल बढ़ने की वजह से घाव सूखने में दिक्कत हो रही थी। लेकिन इलाज के बाद इसमें सुधार के संकेत मिले हैं। हालांकि उनका स्वास्थ्य अब भी खराब है। यहां हम आपको बता दें कि साल 2004 से 2009 के बीच रेल मंत्री रहते हुए लालू प्रसाद यादव ने रेलवे के पुरी और रांची स्थित बीएनआर होटल के रखरखाव आदि के लिए आईआरसीटीसी को स्थानांतरित किया था और सीबीआई के अनुसार नियम-कानून को ताक पर रखते हुए रेलवे का यह टेंडर विनय कोचर की कंपनी मेसर्स सुजाता होटल्स को दे दिए गए थे।
रानी लक्ष्मी बाई जयंती विशेष: वाराणसी में आज ही के दिन जन्मी थी स्वतंत्रता संग्राम की पहली वीरांगना
गौरमतलब है कि लालू पर आरोप लगे थे और फिर उन्हें जेल भी हुई थी। वहीं आरोप के अनुसार टेंडर दिए जाने के बदले 25 फरवरी, 2005 को कोचर बंधुओं ने पटना के बेली रोड स्थित तीन एकड़ जमीन सरला गुप्ता की कंपनी मेसर्स डिलाइट मार्केटिंग कंपनी लिमिटेड को बेच दी, जबकि बाजार में उसकी कीमत ज्यादा थी। इस जमीन को कृषि जमीन बताकर सर्कल रेट से काफी कम पर बेच कर स्टांप ड्यूटी में गड़बड़ी की गई। बाद में 2010 से 2014 के बीच यह बेनामी संपत्ति लालू प्रसाद यादव की पारिवारिक कंपनी लारा प्रोजेक्ट को सिर्फ 65 लाख रुपए में ही दे दी गई, जबकि उस समय बाजार में इसकी कीमत करीब 94 करोड़ रुपए थी।
खबरें और भी
एचएस फूलका ने कहा- 'अमृतसर ब्लास्ट में हो सकता है आर्मी चीफ का हाथ'
अमृतसर ग्रेनेड हमला : निरंकारी भवन पर हुए हमले में मुख्य उपदेशक की मौत