काफी समय से चल रहे नागरिकता संशोधन कानून (CAA) में नए बदलाव के बाद से ही देशभर में कई राज्यों में हिस्सों में विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं. हालांकि अब विरोध प्रदर्शन कई जगहों पर हिंसक रूप लेता जा रहा है. इसी क्रम में राजधानी दिल्ली के जामिया नगर इलाके में शुरू हुए विरोध प्रदर्शन की आंच जामिया मिलिया इस्लामिया विश्वविद्यालय तक पहुंच गई है. जंहा बीते रविवार यानि 15 दिसंबर 2019 को दिल्ली पुलिस और छात्रों में हिंसक झड़प हुई. इलाके में आगजनी और तोड़फोड़ के बाद पुलिस ने भी मामले को काबू में करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े और कई जगहों पर लाठी-चार्ज भी किए. देर रात तक पुलिस मुख्यालय के सामने लोगों ने पुलिस की कार्यवाई के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया. बाद में पुलिस ने बी हिरासत में लिए गए 50 लोगों को छोड़ दिया.
मीडिया का कहना है कि इन सबके बीच देशभर से लोग जामिया विश्वविद्यालय के छात्रों के शांति प्रदर्शन के बचाव में उतर आए हैं और उसका समर्थन किया है. इसी कड़ी में भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व खिलाड़ी, जम्मू-कश्मीर क्रिकेट के मेंटर और कमेंटेटर इरफान पठान भी जामिया के छात्रों के पक्ष में उतर गए हैं और उन्हें अपना समर्थन किया है.
वहीं इस बात का पता चला हैं कि इरफान पठान ने ट्वीट करते हुए कहा, 'राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप होते रहेंगे लेकिन मैं और हमारा देश जामिया मिलिया के छात्रों को लेकर चिंतित हैं'.इन सबके बीच जामिया मिलिया इस्लामिया विश्वविद्यालय को पांच जनवरी तक के लिए बंद कर दिया गया है और सभी परीक्षाएं अगले आदेश तक के लिए रोक दी गई हैं.
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